जालौन में एसडीएम ज्योति सिंह की अनूठी पहल:दिव्यांगों के लिए लगा विशेष शिविर, बोलीं-कभी अपने आप को न समझें कमजोर

जालौन के कोंच तहसील परिसर स्थित लेखपाल संघ सभागार दिव्यांगजनों की आवाज से गूंज उठा। यहां उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ज्योति सिंह की पहल पर दिव्यांगों के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं व स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराना था। शिविर में पहुंचे दिव्यांगजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विशेषज्ञ डॉक्टरों ने आवश्यक परामर्श दिया। साथ ही उन्हें दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। उपजिलाधिकारी के अनुसार प्रमाणपत्र बनने के बाद लाभार्थियों को पेंशन, सहायक उपकरण व अन्य सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा। एसडीएम ज्योति सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी पात्र दिव्यांगजन को योजनाओं से वंचित न रखा जाए। उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और ऐसे शिविर उनकी समस्याओं को दूर करने में अहम भूमिका निभाते हैं। विशेष बात यह है कि उपजिलाधिकारी ज्योति सिंह स्वयं दिव्यांग हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपनी शारीरिक कमी को कमजोरी नहीं माना। वे लगातार जनहित के कार्यों में सक्रिय रहती हैं। दिव्यांगों की समस्याओं को नजदीक से समझते हुए उन्होंने कोंच तहसील में इस विशेष शिविर का आयोजन कराया। उनका कहना था कि “किसी भी दिव्यांग को असुविधा न हो, यही इस शिविर का उद्देश्य है।” शिविर में मौजूद चिकित्सकों की टीम में डॉ. बी.पी. सिंह (आंख-कान रोग विशेषज्ञ), डॉ. जे.जे. राम (वरिष्ठ नेत्र सर्जन), डॉ. अर्चना विश्वास (मानसिक रोग विशेषज्ञ), डॉ. रामजी दुबे (हड्डी रोग विशेषज्ञ) और सीएमओ कार्यालय से देवेंद्र भदौरिया (लिपिक) शामिल रहे। दिव्यांगजनों ने इस पहल की जमकर सराहना की और कहा कि ऐसे शिविर उनके लिए बेहद मददगार साबित होते हैं। इस अवसर पर तहसील प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे और लाभार्थियों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर