ग्राम स्वराज अभियान की कार्यशाला में डीएम का निर्देश:पंचायत स्तर के आवेदनों का सत्यापन समय पर करें अधिकारी, इंडेक्स पीएआई पर की चर्चा

जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में पंचायत एडवांसमेंट इंडेक्स पीएआई 1.0 और 2.0 संस्करण पर चर्चा की गई। जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र ने कार्यशाला में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि ग्राम स्तर से आने वाले आवेदन और डेटा का सत्यापन विकासखंड और जिला स्तर पर लंबित रहता है। इस समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे सत्यापन प्रक्रिया में देरी न करें। कार्यशाला में ग्राम पंचायतों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। इनमें सड़क, बिजली, पेयजल, स्वच्छता और आवास जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास शामिल है। साथ ही सामुदायिक भवन, पंचायत भवन और आंगनबाड़ी केंद्रों के रखरखाव पर भी ध्यान दिया जाएगा। सामाजिक विकास के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और महिला एवं बाल विकास पर काम किया जाएगा। वंचित वर्गों के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। आर्थिक विकास के लिए मनरेगा कार्य, स्वयं सहायता समूहों की सक्रियता और स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। जिला पंचायत राज अधिकारी ने एलएसडीजी के तहत विभिन्न लक्ष्यों की जानकारी दी। इनमें गरीबी मुक्त पंचायत, स्वस्थ पंचायत, जल युक्त पंचायत और स्वच्छ एवं हरित पंचायत की स्थापना शामिल है। साथ ही सुशासन और महिला हितैषी पंचायत बनाने पर भी जोर दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर ऑनलाइन डेटा प्रविष्टि ग्राम पंचायत सचिव की यूजर आईडी से करें। संकलन द्वारा अपलोड किए गए संयुक्त डेटा सेट को पंचायत सचिव द्वारा डाउनलोड किया जाए। डेटा को ग्राम सभा के समक्ष अनुमोदन हेतु प्रस्तुत करें तथा ग्राम सभा से अनुमोदन प्राप्त होने के पश्चात डेटा को ब्लॉक स्तर पर सत्यापन के लिए पोर्टल पर प्रेषित करें।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर