गोरखपुर में सितंबर-अक्टूबर में फैलता है डेंगू:डॉक्टर ने कहा- घर में पानी न जमने दें, बचाव जरूरी है, दिखे लक्षण तो हो जाएं सावधान

गोरखपुर में डेंगू से बचाव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। एंटी लार्वा छिड़काव से लेकर, समय- समय पर फॉगिंग कर सतर्कता बरती जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सितंबर और अक्टूबर डेंगू का महीना होता है। मतलब इस महीने में डेंगू का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में डेंगू से बचाव के लिए क्या-क्या करना चाहिए और उसके लक्षण क्या है? इसकी जानकारी गोरखपुर जिला अस्पताल के डॉक्टर बी के सुमन ने दी। डॉक्टर का कहना है- सितंबर और अक्टूबर में एडीज मच्छर पनपने के ज्यादा चांस होते हैं। इसलिए इन महिनों में डेंगू से बचने की ज्यादा जरूरत होती है। जिसके लिए कुछ घरेलु उपाय से बचा जा सकता है। डॉ. सुमन ने बताया- डेंगू होने पर बेहद ही समान्य लक्षण दिखते हैं। जिसे आमतौर पर लोग वायरल समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन आगे चलकर यही परेशानी बन जाती है। वहीं मच्छर काटने के 4 से 7 दिन बाद कुछ लक्षण दिखते हैं। डेंगू के लक्षण तेज बुखार: अचानक तेज बुखार हो जाना, जो 2-7 दिन तक रह सकता है, सिरदर्द: सर में ज्यादा दर्द होना खास कर आंखों के पीछे वाले हिस्से में, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: शरीर की मांसपेशियों और जोड़ों में असहनीय दर्द, जिसकी वजह से इसे “हड्डी तोड़ बुखार” भी कहते हैं। त्वचा पर चकत्ते: बुखार शुरू होने के 2-5 दिन बाद शरीर पर लाल चकत्ते निकल जाना थकान और कमजोरी: शरीर में अत्यधिक थकान औए कमजोरी महसूस होना, दस्त और उल्टी: डेंगू हो जाने पर उल्टी और दस्त की समस्या भी देखी जाती है। हल्का रक्तस्राव: जैसे नाक से खून, मसूड़ों से खून, या त्वचा पर नीले निशान दिखना, गंभीर लक्षण पेट में तेज दर्द, लगातार उल्टी, सांस लेने में तकलीफ, या ब्लड प्रेशर में गिरावट। बचाव के लिए करें ये काम
डॉ. सुमन ने बताया- डेंगू से बचने के लिए मच्छरों (एडीज मच्छर) से बचाव और उनके प्रजनन को रोकना बेहद ही जरूरी है। जिसके सिर्फ कुछ सावधानियां बरतनी पड़ेगी। उन्होंने कहा-इसके बचाव के लिए 1.मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करें। 2.लंबी आस्तीन की शर्ट और पैंट पहनें, खासकर सुबह और शाम को। 3. सोते समय मच्छरदानी का उपयोग जरूर करें। 4. घर में कॉइल, वैपोराइजर, या इलेक्ट्रिक रैकेट का उपयोग करें। 5. मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए कूलर, गमले, टायर, या किसी भी बर्तन में पानी जमा न होने दें, क्योंकि एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में अंडे देता है। 6.पानी की टंकियों को हमेशा ढककर रखें। 7. कूलर और पानी के बर्तनों को सप्ताह में एक बार जरूर साफ करें और सुखाएं। 8. कचरा नियमित रूप से हटाएं और नालियों को साफ रखें। 9. पर्याप्त मात्रा में पानी और जूस वगैरह पिएं। 10. बुखार या अन्य लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 11. गंभीर मामलों में डॉक्टर की सलाह पर प्लेटलेट्स की जांच करवाएं। एक चम्मच पानी का जमाव भी खतरनाक
डॉक्टर ने बताया- डेंगू के लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के 4-10 दिन बाद दिखाई देते हैं। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू फैलता है। यह मच्छर दिन में ही काटते हैं और एक चम्मच पानी में भी पनप सकते हैं। सितंबर और अक्टूबर में बारिश के बाद जगह-जगह जल जमाव से मच्छर जनित संचारी रोग फैलते हैं। जिसमें डेंगू काफी खतरनाक होता है। इसलिए इसके लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जिले में मिले इतने मरीज
गोरखपुर के CMO डॉ. राजेश झा ने बताया- जिले में प्रशासन के इतने सतर्क रहने और लगातार डेंगू से बचाव के लिए जागरुकता फैलाने के बावजूद अभी तक 100 से अधिक डेंगू के केस मिले हैं। हालांकि किसी की भी बहुत गंभीर हालत नहीं थी। डेंगू से मृत्यु दर शून्य है। यहां तक कि किसी की गंभीर हालत होने की भी पुष्टि नहीं की गई है। कुछ पॉजिटिव केस जरूर मिले हैं लेकिन इलाज के बाद जल्द ही मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है। लेकिन मेरा अपील है कि सभी लोग सतर्क रहें।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर