गोरखपुर में जुटेंगे देश-विदेश के डाक्टर:3-5 अक्टूबर तक ‘क्रिटिकॉन 2025 सम्मेलन’, तैयारियां हुई तेज
गोरखपुर में पहली बार इतना बड़ा मेडिकल सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। एम्स गोरखपुर, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन गोरखपुर चैप्टर के संयुक्त देखरेख में ‘क्रिटिकॉन 2025 सम्मेलन’ 3 से 5 अक्टूबर तक होटल कोर्टयार्ड मैरियट में होगा। जिसकी जानकारी बुधवार को प्रेस-कांफ्रेंस करके दी गई। यह पूर्वांचल के चिकित्सा इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय साबित होगा, क्योंकि पहली बार गोरखपुर में 20 से ज्यादा देशों के डॉक्टर और भारत के शीर्ष क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ एक साथ जुटेंगे। इसके साथ ही देश के अलग अलग कोने जैसे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ, व अन्य जगहों से विशेषज्ञ शामिल होंगे। सम्मेलन की थीम “प्रॉब्लम स्पेसिफिक, प्रसाइज सॉल्यूशन” रखी गई है। इसका उद्देश्य गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज में आने वाली चुनौतियों का सटीक और प्रभावी समाधान खोजने पर जोर देना है। जानिए सम्मेलन में कहां से आएंगे डाक्टर… सम्मेलन में अमेरिका, यूके, पुर्तगाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, सऊदी अरब जर्मनी, स्पेन सहित 20 से अधिक देशों से लगभग 200 विशेषज्ञ शामिल होंगे। इनमें डॉ. अब्बास खोसरावी, डॉ. क्रेग कॉपरस्मिथ, डॉ. जे.एल. टेबुल और डॉ. यतिन मेहता जैसे बड़े नाम भी होंगे। सम्मेलन की प्रमुख विशेषताएं प्रैक्टिकल ट्रेनिंग: “हैंड्स ऑन इन आईसीयू” सत्र, सिमुलेशन और मेगा कोड के जरिए डॉक्टरों को गहन चिकित्सा इकाई (ICU) से जुड़ी तकनीकों जैसे वेंटिलेशन, अल्ट्रासाउंड और हेमोडायनामिक मॉनिटरिंग का प्रशिक्षण मिलेगा। वैज्ञानिक चर्चा: समस्या-विशिष्ट सत्रों में उन चुनौतियों पर बात होगी जिनसे डॉक्टर रोजाना जूझते हैं, और उनके व्यवहारिक समाधान खोजे जाएंगे। पीजी छात्रों के लिए अवसर: पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को स्पेशल पैकेज और इंट्रोडक्शन स्टेशन उपलब्ध होंगे, जिससे वे सीधे विशेषज्ञों से सीख सकें। ज्ञान और नवाचार: लाइव फीडबैक और एक्सटेम्पोर सेशन के जरिए प्रतिभागी अपनी रिसर्च और विचार साझा करेंगे। गोरखपुर क्रिटिकल केयर सोसाइटी की बड़ी पहल यह आयोजन गोरखपुर क्रिटिकल केयर सोसाइटी की पहल है। इसके जरिए पूर्वांचल के डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को वैश्विक स्तर के विशेषज्ञों से सीखने का अवसर मिलेगा। सचिव मंडल के डॉ. ए.के. मल्ल, डॉ. महिम मित्तल, डॉ. संदीप शर्मा और डॉ. आदित्य लांबा ने बताया कि यह सम्मेलन क्षेत्र में क्रिटिकल केयर सेवाओं की गुणवत्ता को नई ऊंचाई देगा।
क्षेत्र को मिलेगा बड़ा फायदा इस सम्मेलन से न सिर्फ डॉक्टरों का कौशल बढ़ेगा, बल्कि गंभीर मरीजों के इलाज में नई तकनीक और बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। यह आयोजन गोरखपुर और पूरे पूर्वांचल में क्रिटिकल केयर सेवाओं के लिए नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। ऐसे काम करती है क्रिटिकल केयर सोसाइटी गोरखपुर क्रिटिकल केयर सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य यह है कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से किया जा सके। इसके लिए सोसाइटी इलाज की गुणवत्ता को सुधारने पर काम करती है। साथ ही, यह सोसाइटी डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को नई मेडिकल जानकारी, तकनीक और इलाज के तरीकों की ट्रेनिंग भी देती है, ताकि वे मरीजों की बेहतर देखभाल कर सकें। इसका मकसद पूरे क्षेत्र में क्रिटिकल केयर यानी गंभीर मरीजों के इलाज के स्तर को ऊपर उठाना है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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