गोरखपुर गड्ढे में डूबे 3 बच्चे, 2 की मौत:मिट्टी का खिलौना बना रही थी बच्चियां, CM ने संज्ञान लिया, अस्पताल पहुंचे DM-SSP
गोरखपुर के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के गांव में सोमवार को ईंट भट्ठे पर खोदे गए गड्ढे में 3 बच्चे डूबे गए। जिसमे 2 बच्चियों की मौत हो गई। एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं मौत की सूचना पर घटना स्थल पर ही चीख-पुकार मच गई। परिजन बच्चियों के शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने लगे। परिजनों ने बताया- गड्ढे के पास मिट्टी का खिलौना बनाकर बच्चे रोज खेलते थे। यह खिलौना एक दिन बच्चों की जान ले लेगा, यह कभी सोचा भी नहीं था। इस घटना को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया। उन्होंने तत्काल इलाज से लेकर हर संभव मदद परिवार तक पहुंचाने का अधिकारियों को निर्देश दिया। सिकरीगंज के पिड़री गांव में अधिकारी पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल किए। वहीं जिला अस्पताल में घायल बच्चे को देखने डीएम दीपक मीणा और एसएसपी राज करन नैय्यर पहुंचे। वहां डॉक्टर से मिलकर बच्चे की तबीयत के बारे में पूछा। इसके बाद पीड़ित परिवार से घटना के बारे में जानकारी प्राप्त कर ढांढस बंधाया। जाने पूरा मामला सिकरीगंज पिड़री गांव में ईंट-भट्ठे के लिए गड्ढा खोदा गया है। जिसमें बरसात का पानी भरा हुआ है। सोमवार अपराह्न करीब 3 बजे आर्यन तिवारी (8), उसकी बहन दीया तिवारी (6) और पड़ोस की अनुष्का गौंड (8) स्कूल से घर पहुंचे। इसके बाद तीनों खेलने के लिए गड्डे के किनारे चले गए। इसी दौरान एक बच्ची का पैर फिसल गया और वह गड्ढे में डूबने लगी। जिसे बचाने के लिए उतरे दोनों बच्चे भी डूब गए। काफी देर तक तीनों के घर नहीं आने पर परिजन ग्रामीणों के साथ बच्चों को ढूंढने निकले। तब तीनों बच्चे गड्ढे में मिले। आनन-फानन में बाहर निकालकर तीनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरुवा ले जाया गया। जहां हालत गंभीर देख डाक्टरों ने तीनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां पहुंचने डाक्टरों ने दीया और अनुष्का को मृत घोषित कर दिया। वहीं आर्यन का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। दीया 2 बहनों व एक भाई में सबसे छोटी थी। पिता जितेन्द्र तिवारी शहर में रहकर सब्जी का व्यवसाय करते हैं। वहीं अनुष्का 3 भइयों के बीच में इकलौती थी। पिता विजय गौड़ बाहर रहकर मजदूरी करते हैं। इस हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है। दोनों परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल है। सीओ खजनी शिल्पी कुमारी ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को ग्राम चौकीदार के माध्यम से मिली। मौके पर पहुंचकर जांच की गई। पूछताछ में परिजनाें ने बताया कि तीनों बच्चे स्कूल से आने के बाद अक्सर मिट्टी का खिलौना बनाने के लिए गड्ढे के किनारे जाते थे। सोमवार को खेलते समय एक बच्ची का पैर फिसल गया और वह गड्डे में डूबने लगी। अन्य दोनों उसे बचाने गए और डूब गए। आर्यन की हालत स्थिर है। किसी ने कोई तहरीर नहीं दी है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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