गोमती पुस्तक महोत्सव में वीरगाथा डायरी का पाठ:कवि कृष्ण कुमार सिंह ने क्रांतिकारियों और वीर पुरुषों की गाथाएं सुनाईं
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे गोमती पुस्तक महोत्सव में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कवि एवं गीतकार डॉ. कृष्ण कुमार सिंह ने अपनी रचना ‘वीरगाथा डायरी’ का पाठ किया। इस डायरी में स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों और भारतीय इतिहास के वीर पुरुषों की गाथाएं काव्य और गद्य रूप में समाहित हैं। डॉ. सिंह ने पृथ्वीराज चौहान और महाराणा प्रताप की वीरता का वर्णन किया। वीर चंद्रशेखर आज़ाद की कहानी छंदों में सुनाई गई। सरदार भगत सिंह पर लिखी पंक्ति ‘सतलुज दरिया का पानी तब ज़ोर ज़ोर से खौल उठा’ ने श्रोताओं को भावुक कर दिया। आजादी के नायकों और महापुरुषों की वीर गाथाएं प्रस्तुत की कार्यक्रम में 1857 की क्रांति के नायकों का स्मरण किया गया। मंगल पांडे, बहादुर शाह जफर, नाना साहब, रानी लक्ष्मीबाई और वीर कुंवर सिंह की गाथाएं प्रस्तुत की गईं। अवध की भूमिका को विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने 2025 में काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष समारोह का सुझाव दिया। राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाकउल्लाह खान और राजेन्द्र लाहिड़ी को समर्पित नज्म भी सुनाई गई। कार्यक्रम के अंत में गंगा नदी पर आधारित गीत प्रस्तुत किया गया। यह पुस्तक महोत्सव 20 से 28 सितंबर तक चल रहा है। इसमें देशभर के प्रकाशन हिस्सा ले रहे हैं। साहित्य, संस्कृति और कला से जुड़े विविध कार्यक्रमों में पाठकों और विद्यार्थियों की अच्छी उपस्थिति देखी जा रही है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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