गोंडा में पानी से जलने वाले दीपक की बढ़ी डिमांड:एक दिन में 5000 से अधिक बिके पानी से जलने वाले दीपक,पति की हत्या के बाद महिला ने लोन लेकर शुरू किया व्यवसाय,स्वदेशी मेले में
गोंडा के स्वदेशी मेले में पानी से जलने वाले एक अनोखे दीपक की भारी मांग देखी जा रही है। दिव्यांजलि स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अनीता तिवारी और उनकी बेटी ने एक दिन में 5000 से अधिक दीपक बेचे हैं। यह दीपक पानी डालने के बाद लगभग 8 घंटे तक जलता है और इसे किसी अन्य उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है। यह दीपक किसी बड़ी संस्था द्वारा नहीं बल्कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाया गया है। इसका उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है मेले में पहुंच रहे लोग इस दीपक की जमकर खरीदारी कर रहे हैं, जिससे इसकी आपूर्ति बनाए रखना मुश्किल हो रहा है।दिव्यांजलि स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अनीता तिवारी ने अपने पति बृजनंदन तिवारी की हत्या के बाद इस व्यवसाय को शुरू किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत 22 लाख 10 हजार रुपये का ऋण लेकर यह काम प्रारंभ किया। अब इस पानी से जलने वाले दीपक की मांग लगातार बढ़ रही है। लोग पारंपरिक पूजा के बाद अपने घरों को इन दीयों से रोशन करने की तैयारी में हैं। अनीता तिवारी की बेटी भी इस पूरे काम में सहयोग कर रही है और ग्राहकों को दीपक में पानी डालकर उसकी कार्यप्रणाली का प्रदर्शन कर रही है।बपानी से जलने वाले इस दीपक की मांग को देखते हुए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को और आर्डर दिया गया है उनके द्वारा अब पानी से जलने वाले दीपक बड़े पैमाने पर बनाए जा रहे हैं यह दीपक लखनऊ में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाया जाता है तो गोंडा में लाकर के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बिक्री करती है। वही स्वदेशी मेले में पानी से जलने वाले दीपक की बिक्री करने वाली दिव्यांजलि स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अनीता तिवारी ने बताया कि यहां पर स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए मेला लगाया गया है। मैं महिलाओं द्वारा बनाए गए पानी से जलने वाले दीपक की बिक्री कर रही हूं कल से हमने बिक्री शुरू किया है एक दिन के अंदर ही 5000 से अधिक पानी से जलने वाले दीपक की बिक्री हो चुकी है। इसकी मांग लगातार बढ़ रही है हम पूरा नहीं कर पा रहे हैं बढ़ती मांग को देखते हुए हमने और आर्डर दिया है और यहां पर पहुंचकर के लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इस पानी से जलने वाले दीपक में एक बैटरी और सर्किट है जब आप पानी डालते हैं तो सर्किट पूरा हो जाता है और दीपक जलने लगता है। यह दीपक बिना तेल, बिना बाती के और बिना किसी घी और सामान के 8 घण्टे तक जलता रहता है। इस वर्ष भी आप इस दीपक का उपयोग कर सकते हैं और अगले वर्ष भी आप इस दीपक का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि यह दीपक खराब होना नहीं है स्वदेशी तरीके से बनाया गया है। 18 अक्टूबर तक यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला चलेगा और हम लोग यहां पर स्वदेशी उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं।
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