गाजियाबाद पुलिस के दोनों सिपाही आज रिमांड पर:डासना जेल से 2 बड़े मुल्जिमों को भगाने की साजिश, बैंक खातों की भी जांच शुरू
गाजियाबाद में जिला जेल के दो बंदियों को भगाने के प्रयास के मामले में कोर्ट के आदेश पर दोनों सिपाहियों को आज रिमांड पर लिया गया है। सुबह 8 बजे कोर्ट के आदेश पर सिपाही सचिन कुमार और राहुल कुमार को जेल से लाया गया। जिनसे कविनगर पुलिस और अन्य अधिकारी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेंगे। कोर्ट से एक दिन का रिमांड मिला है। पूछताछ व जांच में आया है कि एक नहीं बल्कि जेल के दो बंदियों भगाने की प्लानिंग थी। गणना ऑफिस का मुंशी भी पहुंचा बंदी लेने गाजियाबाद पुलिस लाइन में तैनात सिपाही सचिन कुमार और राहुल कुमार ने बंदी को जेल से भगाने का प्लान बनाया था। दोनों सिपाही, बंदी को पेशी पर ले जाने के बहाने उसे भगाने की फिराक में थे। 4 अक्टूबर को डासना जेल से 6 बंदियों को पेशी के लिए नोएडा ले जाना था। सिपाहियों ने इसी प्लान पर काम करना शुरू किया। शनिवार दोपहर निजी कार से डासना जेल पहुंचे। जेल प्रशासन को पेशी का आदेश दिखाया। जेल जाने वाला आदेश यानी तलवी गणना ऑफिस पुलिस लाइन में होता है। इसी गणना ऑफिस का मुंशी राहुल खुद भी सिपाही सचिन के साथ प्राइवेट कार से जेल पहुंचे। वहां पहले कहा कि हम बिजेंद्र और यश को ले जायेंगे। जेल प्रशासन ने बताया कि 6 बंदियों को पेशी पर ले जाने का आदेश है। एक बंदी को हम नहीं भेज सकते। सभी को एक साथ ही भेजा जाएगा, लेकिन सिपाही सिर्फ एक बंदी वंश को ले जाने पर अड़ गए। जांच में ऐसे पकड़ा गया मामला मामला जेलर और फिर जेल अधीक्षक तक पहुंचा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने एसीपी लाइन और डीसीपी को कॉल करके जानकारी दी। अधिकारियों ने जांच कराई तो पता चला कि गाजियाबाद पुलिस लाइन से आज कोई भी सरकारी वाहन बंदियों को लेकर नोएडा की कोर्ट नहीं जा रहा। यही नहीं, गाजियाबाद कोर्ट में जेल से मुल्जिम ले जाने के लिए कोई ड्यूटी भी नहीं लगाई गई। राज खुलते ही दोनों सिपाही जेल से भाग निकले। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। गाजियाबाद पुलिस लाइन के आरआई- 2 चंद्रभान ने कविनगर थाने के में दोनों सिपाहियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। जिसके बाद दोनों सिपाहियों को अरेस्ट कर जेल भेजा गया। बड़े स्तर पर जुड़े हैं तार जिस बंदी बिजेंद्र का नाम है, एक अधिकारी ने बताया कि वह मोनार्ड यूनिवर्सिटी का चेयरमैन है, जिससे हापुड़ से एसटीएफ मेरठ ने अरेस्ट किया गया था। जबकि जबकि दूसरा बंदी वंश है, जो नेशनल शूटर को अगवा कर हाईवे पर घुमाकर लूट की घटना में जेल में बंद है। अब दोनों सिपाहियों के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है।
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/CXg81hr
Leave a Reply