गलत नियम से बन गया चाइनीज पासपोर्ट:अब भारतीय नागरिकता लेने के लिए दर-दर भटक रही महिला, DM से लगाई गुहार

भारत और चीन के बीच जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक तनातनी बनी रहती है, वहीं कानपुर में इन दिनों एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है जिसने सभी को चौंका दिया है। यहां कान कू (Kan Kyo) नाम की महिला पिछले कई महीनों से भारतीय पासपोर्ट बनवाने के लिए प्रशासन के चक्कर लगा रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनके पिता चीन से थे, लेकिन उनका जन्म और पूरा जीवन भारत में ही बीता है। अब वह अधिकारियों से गुहार लगा रही हैं। उनका कहना है कि इंडियन हूं मैं, मुझे मेरा भारतीय पासपोर्ट मिलना चाहिए। पिता चीन से, पर जीवन बीता भारत में कानपुर के परेड क्षेत्र निवासी कान कू पिछले 43 वर्षों से कानपुर में रह रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता मूल रूप से चीन के नागरिक थे, जो कई दशक पहले कोलकाता आए थे। यहां उन्होंने कारोबार शुरू किया और फिर आसाम की एक भारतीय महिला से शादी कर ली। शादी के बाद उनके पिता के पास चाइनीज पासपोर्ट था, और प्रशासनिक प्रक्रिया के कारण उनकी मां ने भी वही पासपोर्ट बनवा लिया। 16 सालकी उम्र में बना था पासपोर्ट कान कू के मुताबिक, जब वह 16 वर्ष की थीं, तब कोलकाता प्रशासन ने एक नियम के तहत आदेश जारी किया कि जिनके माता-पिता चाइना है उनके बच्चों को भी चीनी पासपोर्ट बनवाना होगा। उस समय कान कू को प्रक्रिया की जटिलता का अंदाजा नहीं था और उन्होंने चाइनीज पासपोर्ट बनवा लिया। शादी के बाद कानपुर आईं, फिर हुआ खुलासा वर्ष 1982 में कान कू की शादी कानपुर में हुई। तब से वह यहीं रह रही हैं। उनको अब अपना पासपोर्ट रिनिवल कराना है। अब उन्हें पता चला कि उनके पास विदेशी पासपोर्ट होने के कारण उन्हें भारतीय नागरिक नहीं माना जाएगा। इससे वह परेशान हो गईं क्योंकि उन्होंने कभी चीन की यात्रा भी नहीं की थी।उन्होंने बताया कि मैं भारत में पैदा हुई, यहीं पली-बढ़ी और कभी चीन गई भी नहीं। फिर मुझे विदेशी कैसे माना जा सकता है? मैं इंडियन हूं और मुझे भारतीय नागरिकता का हक है।” 2023 में कैंसिल कराया चाइनीज पासपोर्ट कान कू ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2023 में अपने चीनी पासपोर्ट को रद्द करवा दिया। इसके बाद से वह लगातार भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन कर रही हैं। लेकिन पूर्व पासपोर्ट रिकॉर्ड के कारण उनका आवेदन हर बार अटक जाता है। कई बार उन्होंने दस्तावेजों के साथ स्थानीय अधिकारियों से भी संपर्क किया, पर मामला आगे नहीं बढ़ पाया। डीएम ने दिए जांच के आदेश महिला की फरियाद अब आखिरकार जिला प्रशासन तक पहुंच गई है। कान कू ने अपने सभी प्रमाणपत्र और दस्तावेज जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को सौंपे हैं।डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीएम सिटी को पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि कान कू के मामले की जांच निष्पक्ष रूप से की जाएगी और यदि कानूनी रूप से संभव हुआ तो उन्हें भारतीय पासपोर्ट जारी किया जाएगा। नागरिकता और कानूनी पहलू कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के मामलों में व्यक्ति को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए ‘Citizenship Act, 1955’ की धारा 5(1)(c) के तहत आवेदन देना होता है, जिसमें “भारतीय मूल के व्यक्ति” के रूप में नागरिकता का प्रावधान है। हालांकि, कान कू के पास पहले विदेशी पासपोर्ट रहा है, इसलिए इस मामले की जांच गृह मंत्रालय (MHA) स्तर तक भी जा सकती है।

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