खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश:बलरामपुर में गैंग लीडर अनूप शुक्ला समेत 18 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट
बलरामपुर में वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। गिरोह का सरगना अनूप कुमार शुक्ला है। वह अपने 17 साथियों के साथ लंबे समय से जिले में सक्रिय था। तुलसीपुर थाना प्रभारी राजकुमार सिंह के नेतृत्व में की गई जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्य आरक्षित वन क्षेत्रों से कीमती लकड़ियां काटकर हरियाणा और नेपाल तक पहुंचाते थे। अब तक की कार्रवाई में दो बार में कुल 289 बोटा खैर की लकड़ी बरामद की गई है। गिरोह के प्रमुख सदस्यों में श्रीमन शुक्ला, आज़ाद चौहान, सुहेल मिस्त्री, विमल पांडेय उर्फ बोस, मुकेश मौर्या, विकास यादव और वन विभाग के रेंजर राकेश पाठक शामिल हैं। सभी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज कर न्यायालय में आरोप पत्र भेजा गया है। गिरोह के सदस्य सरकारी व्यवस्था की परवाह किए बिना संरक्षित क्षेत्रों में घुसकर लकड़ी की तस्करी करते थे। इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश गिरोहबंद और समाज विरोधी क्रियाकलाप अधिनियम की धारा 3(1) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट बलरामपुर ने गैंगचार्ट को मंजूरी दे दी है। पुलिस के मुताबिक, गिरोह की गतिविधियों से वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र में लोग इनके डर से पुलिस या वन विभाग को सूचना देने से भी डरते थे। पुलिस और वन विभाग की जांच जारी है। अन्य संभावित आरोपियों की तलाश की जा रही है। थाना तुलसीपुर के प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि गिरोह के कई सदस्यों की जमानत के बावजूद पुनः अपराध में लिप्त पाए जाने पर उनके विरुद्ध सख्त धाराओं में कार्रवाई की गई है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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