खुद की सावधानी से ही दूर रहेंगी संक्रमण वाली बीमारियां:मेरठ में डॉ विकास गुप्ता ने बताया, बदलते मौसम में लापरवाही है बीमारियों के फैलने का बड़ा कारण
मेरठ में अक्तूबर की शुरूआत से ही अचानक हुए मौसम में बदलाव और बारिश ने मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ा दिया है। मौसम में अचानक आई ठंडक से सर्दी-खांसी, वायरल फीवर, गले में खराश और त्वचा रोग जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण से बचाव के लिए लापरवाही नहीं बल्कि सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है। जल्द पकड बनाता है वायरल फिजिशियन और IMA के सचिव डॉ. विकास गुप्ता ने बताया कि बदलते मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे वायरल संक्रमण जल्दी पकड़ लेता है। इसलिए इस मौसम में बाहर का खाना या खुले में रखे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। घर पर ताजा और गर्म भोजन करें तथा उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पीएं। अगर कहीं भीग जांए तो गीले कपड़ों में ज्यादा देर तक न रहें और समय-समय पर हाथ धोते रहें। बुजुर्गों को खास ध्यान की जरूरत उन्होंने कहा कि अचानक आई ठंडक से बच्चों और बुजुर्गों को खास खतरा रहता है। ऐसे में उन्हें ठंडे पेय पदार्थों और आइसक्रीम से दूर रखें। घर के अंदर स्वच्छता बनाए रखें और रोजाना कमरों को हवादार रखें। आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरदानी का उपयोग करें। डेंगू का भी बढ़ेगा खतरा डॉ विकास गुप्ता ने कहा कि बारिश के बाद जमा पानी मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करता है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। थोड़ी सी सतर्कता जैसे समय पर हाथ धोना, भीगने पर कपड़े बदलना, संतुलित आहार लेना और भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना इन दिनों में होने वाली बीमारियाों से बचा सकता है। सावधानी अपनाकर ही मौसमी बीमारियों से खुद को और परिवार को सुरक्षित रखा जा सकता है
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