किसान सम्मान निधि पर किसानों का विरोध:बोले- पति-पत्नी दोनों को मिले लाभ, बैठकों में अधिकारियों की उपस्थिति की मांग
मऊ में किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। किसानों की मुख्य मांग है कि पति-पत्नी दोनों के नाम खेत होने पर दोनों को किसान सम्मान निधि मिलनी चाहिए। केंद्र सरकार ने पति-पत्नी में से एक की निधि रोक दी है। एक से वसूली के बाद ही दूसरे को भुगतान का प्रावधान किया गया है। किसानों को अब तक 20 किश्तों में 40,000 रुपये मिल चुके हैं। यह राशि वे कृषि कार्यों में खर्च कर चुके हैं। वसूली से उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। किसानों का तर्क है कि सरकारी नौकरी में योग्य पति-पत्नी को अलग-अलग वेतन मिलता है। इसलिए कृषि में भी दोनों को लाभ मिलना चाहिए। किसानों ने किसान दिवस की बैठकों को लेकर भी मांग उठाई। हर माह के तीसरे बुधवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में किसान दिवस की बैठक होती है। मऊ में जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी इन बैठकों में नहीं आते। प्रदेश के अन्य जिलों में यह बैठक नियमित होती है। अगली बैठक 17 सितंबर 2025 को प्रस्तावित है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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