कासगंज मे डीएपी खाद के लिए मारामारी:500 बोरी स्टाक में हजारों किसान लेने पहुंचे, किल्लत से खेती पर असर

कासगंज के पटियाली क्षेत्र मे रबी सीजन की तैयारी में जुटे किसानों के सामने अब डीएपी खाद की किल्लत सबसे बड़ी समस्या बन गई है। ऐसी स्थिति मे बुधवार को क्रय-विक्रय सहकारी समिति गंजडुंडवारा पर सुबह से ही सैकड़ों किसान खाद लेने पहुंचे, लेकिन गेट देर तक नहीं खुला। किसानों ने करीब चार घंटे तक गेट पर खड़े होकर इंतज़ार किया, जिससे नाराज़गी बढ़ती चली गई। सुबह 6 बजे से ही किसान गेट के बाहर लाइन में खड़े थे। नौ बजे तक भी जब गेट नहीं खुला, तो किसानों में अफरा-तफरी फैल गई। किसानों का कहना था कि बीते पटियाली क्षेत्र में स्थित समितियो पर खाद की सप्लाई बेहद कम आ रही है। हर दिन लाइन में लगते हैं, मगर कुछ किसानों को ही खाद मिलती है, बाकी को यह कहकर लौटा दिया जाता है कि स्टॉक खत्म हो गया। खेती पर असर, बढ़ती चिंता इस समय किसान रबी की फसल की बुवाई की तैयारी में हैं, लेकिन डीएपी खाद के बिना बुवाई अधूरी रह जाती है। किसानों ने कहा, “हम खेत तैयार करके बैठे हैं, लेकिन खाद न मिलने से बुवाई में देरी हो रही है, जिससे फसल की पैदावार पर असर पड़ेगा।” जटिलता से बढ़ी परेशानी कई किसान खाद लेने जमीन की फर्द लेकर पहुंचे, लेकिन उनके पास फार्मर रजिस्ट्री की प्रति नहीं थी, जिस कारण उन्हें खाद नहीं दी गई। इससे किसानों में और असंतोष फैल गया। कई किसानों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। समिति प्रशासन का पक्ष क्रय-विक्रय सहकारी समिति गंजडुंडवारा के सचिव राजकुमार सिंह ने बताया कि “डीएपी की 500 बोरी स्टॉक में मौजूद है, जिनका वितरण किया जाना है। भीड़ अधिक होने के कारण अव्यवस्था उत्पन्न हुई, जिससे वितरण में थोड़ी देरी हुई है। समिति पर पारदर्शी तरीके से खाद वितरण किया जाएगा।” किसानों की मांगें किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि खाद वितरण की व्यवस्था को पारदर्शी और व्यवस्थित किया जाए तथा पर्याप्त मात्रा में खाद जल्द उपलब्ध कराई जाए। जिससे परेशानी का समाधान हो सके।

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