काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री:राज्यपाल ने दीक्षांत में गिनाई थी समस्या, जिम और हॉस्टल का किया निरीक्षण, दिए निर्देश

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47वें दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाये। उन्होंने विश्वविद्यालय में एसटीपी, जिम और साफ-सफाई के लिए मंच से छात्रों और जिम्मेदारों को निर्देशित किया। जिसके बाद छात्रों ने व्यवस्थाओं को सुदृढ किए जाने को लेकर दिए गए निर्देश पर तालियां बजाई। दीक्षांत के समाप्त होने के बाद राज्यपाल के निर्देश पर कैबिनेट मिनिस्टर उच्च शिक्षा योगेंद्र उपाध्याय सीधे विश्वविद्यालय पहुंचे। उनके साथ कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार त्यागी मौजूद रहे। बता दें कि हाल ही में मंत्री के पैर में फ्रेक्चर हुआ है। पैर में प्लास्टर बांधकर ही मंत्री ने पैदल पूरा कम्पाउंड का निरीक्षण किया और कुलपति को व्यवस्थाओं को सुदृढ करने का निर्देश दिया। उन्होंने छात्रावास और खेल विभाग का भी निरीक्षण किया। हास्टल में देखी व्यवस्था, छात्रों से की बात
कैबिनेट मिनिस्टर योगेंद्र उपाध्याय ने देर शाम विद्यापीठ विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हास्टल पहुंचकर छात्रों के कमरे देखे और उनसे बात की। इस दौरान उनके साथ कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार त्यागी भी मौजूद रहे। प्रोफेसर अनिल कुमार त्यागी से उन्होंने समस्याओं के बारे में पूछा और छात्रों की समस्याओं से उन्होंने रूबरू कराया और जल्द ही समाया को निस्तारित करने का निर्देश दिया। सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं
योगेंद्र उपाध्याय ने निरीक्षण के बाद बताया – यहां हास्टल के निरीक्षण में एक बात समझ में आयी कि निर्माण कार्य में खामियां हैं। हास्टल में खामियां कुछ प्रशासन और छात्रों से संबंधित है। जैसे अलमारी में परदे लगना। हिदायत दी है कि हास्टल में बंद अलमारी का सिस्टम शुरू कराया जाए। इसके अलावा परिसर में कहीं भी सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं। साथ ही जिम के निरीक्षण में यह सामने आया कि जिम की व्यवस्था पुरानी ; सामन खराब हो चुके हैं। ऐसे में नए सामान खरीदने की बात कही गयी है। जो भी कमियां और खामी है उसे खत्म करने के लिए निर्देशित किया है। निर्माण में लापरवाही तो नपेंगे जिम्मेदार
विद्यापीठ के तीनों हास्टल के रेनोवेशन के काम में अनियमितता के आरोपों पर उन्होंने कहा – छात्रों ने उसमें खामियां बताई है। खामी को खत्म करने के लिए जांच समिति बनाएंगे हम और कड़ी कार्रवाई करेंगे। जो दोषी होगा उसे दण्डित किया जाएगा। यदि कंस्ट्रक्शन कंपनी का दोष होगा तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। पैसे की बंदरबाट हुई तो होगी कार्रवाई
मंत्री ने कहा – किस मद में कितना पैसा आया और कहां लापरवाही रही। उसके लिए हमने पाने छात्र प्रतिनिधियों और जन प्रतिनिधियों से कहा है कि हमें लिख के दें। कहीं भी कमी होगी तो उसपर कार्रवाई होगी। सभी के लिए कुलपति को सुपरविजन के लिए निर्देशित किया गया है।

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