कानपुर में लिव-इन में रह रही गर्लफ्रेंड का मर्डर:सूटकेस में डेडबॉडी भरकर 100 Km दूर जाकर फेंका; 60 दिन बाद खुलासा

कानपुर में युवक ने लिव-इन में रहने वाली प्रेमिका को गला घोंटकर मार डाला। फिर दोस्त के साथ मिलकर शव को एक सूटकेस में भरा। 100km दूर बांदा में यमुना नदी में शव को फेंक दिया। मां की शिकायत पर पुलिस ने बॉयफ्रेंड के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। उसने कहा- मेरी एक और गर्लफ्रेंड है। इसकी जानकारी दोनों को हो गई थी। मैंने दूसरी गर्लफ्रेंड के कहने पर पहली प्रेमिका का मर्डर कर दिया। पुलिस ने घटना के 2 महीने बाद खुलासा किया। अब पढ़िए पूरा मामला… इंस्टाग्राम पर दोस्ती, लिव इन में रहने लगी
डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया- कानपुर देहात के रूरा के सुजनीपुर गांव की विजयश्री ने 8 अगस्त को हनुमंत विहार थाने में अपनी बेटी आकांक्षा उर्फ माही (20) के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। वह बड़ी बहन के साथ बर्रा स्थित गुड फूड रेस्टोरेंट में काम करने के साथ ही पढ़ाई भी करती थी। इस दौरान आकांक्षा की दोस्ती हरिखेड़ा बिंदकी फतेहपुर निवासी सूरज कुमार से इंस्टाग्राम पर हो गई। इसके बाद दोनों ही एक रेस्टोरेंट में काम करने लगे। दोनों की दोस्ती प्रेम संबंध में बदल गई। मां विजय श्री ने बताया कि 2 महीने पहले सूरज के कहने पर आकांक्षा ने बर्रा स्थित रेस्टोरेंट को छोड़कर हमीरपुर रोड के एक रेस्टोरेंट में नौकरी कर ली थी। वह बर्रा में रहने वाली बड़ी बहन प्रतीक्षा से अलग होकर हनुमंत विहार में किराए पर प्रेमी के साथ लिव-इन में रहने लगी। इसके बाद वह अचानक से लापता हो गई। मैंने उसकी रिपोर्ट हनुमंत विहार थाने में दर्ज कराई। मगर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। फिर मैं पुलिस कमिश्नर दफ्तर गई। इसके बाद पुलिस ने सूरज के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया। फिर पुलिस ने शनिवार को आकांक्षा के बॉयफ्रेंड सूरज को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया। उसने कहा- मैंने आकांक्षा को मार डाला है। मेरे आकांक्षा के अलावा एक और लड़की से प्रेम संबंध हैं। एक दिन ​​​​​मेरी और दूसरी गर्लफ्रेंड की ​वॉट्सऐप चैट को आकांक्षा ने पढ़ लिया। इसको लेकर हम दोनों में लड़ाई हुई। मर्डर कर शव को सूटकेस में भरकर दोस्त के साथ यमुना में फेंका
मैंने उसे 21 जुलाई को दोपहर में रेस्टोरेंट में बातचीत करने के लिए बुलाया। यहां हम दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ। फिर हम रात करीब 10:30 बजे कमरे में पहुंचे। यहां भी हम दोनों में मारपीट हुई। मैंने उसे जमकर पीटा। फिर दोनों हाथों से गला दबा कर उसे मार डाला। इसके बाद मैंने अपने दोस्त फतेहपुर के खानपुर कदीम थानाक्षेत्र जाफरगंज निवासी आशीष कुमार को बुलाया। उसके आने के बाद मैंने शव को एक सूटकेस में भरा। फिर बाइक से सूटकेस को ले जाकर रात में करीब 2:30 बजे चिल्ला पुल से यमुना नदी में फेंक दिया। आकांक्षा बनकर 3 दिन बात करता रहा आरोपी
डीसीपी दक्षिण ने बताया कि पहले तो आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन घटना के दिन आकांक्षा के साथ उसकी लोकेशन और लगातार मोबाइल बातचीत का जिक्र करने पर वह टूट गया। इसके बाद हत्या की बात कबूल कर ली। हत्या करने के बाद सूरज तीन दिन तक पहले परिवार वालों को भी गुमराह करता रहा। वह प्रेमिका के मोबाइल से लगातार उन्हें मैसेज करता रहा। इतना ही नहीं उनके द्वारा भेजे जा रहे मैसेज का जवाब भी दे रहा था। सूरज ने बताया कि परिवार वालों को गुमराह करने के बाद भी उसे पकड़े जाने का डर सता रहा था। इसलिए दोस्त आशीष के कहने पर वह सेंट्रल स्टेशन पहुंचा। यहां एक ट्रेन में आकांक्षा का मोबाइल फोन छोड़ दिया। ……………………… ये खबर भी पढ़ें- बेटी को थप्पड़ मारा तो मां ने 70 लाख चुराए, मुरादाबाद में मालिक के घर की वारदात मुरादाबाद में नौकरानी ने बेटी को मारने का बदला लेने के लिए एक लाख की चोरी की। उसकी बेटी ने मालकिन के मेकअप का सामान यूज किया था। इसके बाद मालकिन ने उसकी बेटी को थप्पड़ मारा और काम से निकाल दिया था। पढ़ें पूरी खबर…

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर