कांग्रेस ने 5 एमएलसी प्रत्याशी घोषित किए:अजय राय बोले सभी 11 सीटों पर लड़ेंगे, सपा से गठबंधन लोकसभा-विधानसभा के लिए

कांग्रेस ने यूपी में अगले साल होने वाले शिक्षक और स्नातक एमएलसी के 5 पदों पर अपने प्रत्याशी शुक्रवार को घोषित कर दिया। इससे पहले गुरुवार को समाजवादी पार्टी ने पांच एमएलसी प्रत्याशियों के नाम घोषित किए थे। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय पहले ही कह चुके हैं कि एमएलसी की 11 सीटों पर कांग्रेस अकेले लड़ेगी। सपा से गठबंधन विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए हुआ है। एमएलसी के लिए ये पांच नाम घोषित 1. मेरठ-सहारनपुर स्नातक एमएलसी सीट पर विक्रांत वशिष्ठ 2. आगरा स्नातक एमएलसी सीट पर रघुराज सिंह पाल 3. लखनऊ स्नातक एमएलसी सीट पर डॉ. देवमणि तिवारी 4. वाराणसी शिक्षक एमएलसी सीट पर संजय प्रियदर्शी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने घोषित किए नाम कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर अध्यक्ष अजय राय ने पांचों नामों का ऐलान किया। राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी युवाओं और शिक्षकों की आवाज को सदन में बुलंद करने के लिए आगामी विधान परिषद चुनाव में सभी 11 सीटों पर चुनाव लडे़गी। इसके लिए कांग्रेस 5 लाख स्नातक के तथा 2 लाख शिक्षक मतदाताओं के फॉर्म भरवाकर वोटर बनवाने के कार्य में जुट गई है। सभी जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को फॉर्म वितरित कर दिए गए हैं। चुनाव के लिए कांग्रेस कार्यालय में कनेक्ट सेंटर स्थापित प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि स्नातक व शिक्षक एमएलसी चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय लखनऊ में एक कनेक्ट सेंटर स्थापित किया गया है। हर जिले में एक कोऑर्डिनेटर कमेटी बनाया जाएगा, जो कनेक्ट सेंटर से जुड़ा रहेगा। सभी फ्रंटल, संगठनों विधि, शिक्षक और चिकित्सा प्रकोष्ठ को इस चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही सांसद, विधायक, पूर्व सांसद व विधायकों के साथ वरिष्ठ नेताओं को भी प्रभारी बनाया जा रहा है। इनके साथ एक–एक सह प्रभारी भी नियुक्त किए जाएंगे। हर जिले में एमएलसी चुनाव की तैयारियों को लेकर होगी बैठक प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि एमएलसी चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रदेश प्रभारी एवं महासचिव अविनाश पाण्डेय, मैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की हर जिले में बैठकें होंगी। सभी जिला व ब्लाक कमेटियां वोट बनवाने से लेकर पोल कराने की जिम्मेदारी संभालेंगी। भाजपा पर साधा निशाना, पिछली बार वोट चोरी कर जीते थे अजय राय ने कहा प्रदेश की योगी सरकार में न केवल बेरोजगार युवा बल्कि शिक्षक, कर्मचारी, वकील, डॉक्टर, सहित समाज के सभी वर्ग के लोग पीड़ित हैं। सरकारी पदों पर भर्तियां नहीं हो रही है। विज्ञापन निकल नहीं रहा है। विज्ञापन निकलता है, तो परीक्षा नहीं हो पाती। परीक्षा होती है तो पेपर लीक हो जाता है। नतीजतन युवा रोजगार न मिलने से अवसाद से ग्रसित होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक भी इस सरकार में परेशान हैं। वित्त विहीन शिक्षकों को मानदेय नहीं मिल पा रहा है। एडेड कॉलेजों के शिक्षकों की सेवा सुरक्षा भी ये सरकार समाप्त कर चुकी है। पुरानी पेंशन बंद कर दी गई। शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती नहीं की जा रही है। प्राइमरी से लेकर डिग्री तक के शिक्षकों की भर्ती के लिए बना आयोग एक भी भर्ती नहीं करा पाया। भाजपा सरकार की अराजकता और कुशासन से पूरा प्रदेश त्रस्त है। शिक्षकों और युवाओं की आवाज सदन में शिक्षक और स्नातक विधान परिषद के सदस्य उठाते हैं। पर पिछले चुनाव में भाजपा सरकार ने वोट चोरी करके, बूथ कैप्चरिंग और मतदाता पेटी बदलवाकर चुनाव जीता था।

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