कविनगर रामलीला में रामायण का मंचन:राम बने पूर्व प्रबंधक, रावण बने इंजीनियर; सीता की भूमिका में मिस सहारनपुर

रामायण हमारी संस्कृति की वो पवित्र कहानी है जिसमें अच्छाई की जीत और आदर्श जीवन का संदेश मिलता है। इसमें श्रीराम का आदर्श, सीता जी का त्याग और रावण के चरित्र से मिली सीख आज भी लोगों को प्रेरित करती है। गाजियाबाद के कविनगर रामलीला मैदान में इन दिनों संपूर्ण रामायण का मंचन हो रहा है, जहां हर शाम भगवान राम की गाथा जीवंत होकर सामने आती है। रामलीला में श्रीराम का किरदार निभा रहे हैं राजीव राज गुप्ता। वे पिछले कई वर्षों से इस भूमिका को जीवंत कर रहे हैं और अब तक 300 से अधिक मंचन कर चुके हैं। राजीव बताते हैं कि मंचन से पहले वे 3-4 घंटे अभ्यास करते हैं। मंचन के बाद भी 2 घंटे का रिहर्सल जारी रखते हैं ताकि हर भाव और संवाद स्वाभाविक लगे। उनका कहना है कि श्रीराम का स्वरूप धारण करते समय एक अलग ही अनुभव होता है। मंचन के दौरान वे केवल अभिनय नहीं करते बल्कि अपने जीवन में भी राम के आदर्शों को अपनाने का प्रयास करते हैं। राजीव पहले एक कंपनी में प्रबंधक थे, लेकिन अब पूरा समय रामलीला की कला साधना में लगा रहे हैं। वहीं रावण की भूमिका निभा रहे इंजीनियर अंशु सिंह ने बताया कि वे 6-7 घंटे प्रतिदिन अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा कि रावण का किरदार निभाना चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन इसके माध्यम से समाज को एक गहरी सीख मिलती है। अंशु के अनुसार रावण अपने समय का विद्वान ब्राह्मण था, मगर उसके कर्मों ने उसे खलनायक बना दिया। मंचन के लिए उन्हें तैयार होने में लगभग 40 मिनट का समय लगता है। सीता माता का पवित्र किरदार निभा रही हैं अनुष्का यादव। वे दिल्ली विश्वविद्यालय से इटालियन ऑनर्स में स्नातक कर चुकी हैं और फिलहाल परास्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। अनुष्का पेशेवर मॉडल भी हैं और कई बड़े ब्रांड्स के विज्ञापनों में नज़र आ चुकी हैं। उनका कहना है कि सीता जी का किरदार केवल परिधान पहनने भर से पूरा नहीं होता बल्कि यह जीवन को बदल देने वाला अनुभव है। अनुष्का 2018 में मिस सहारनपुर का खिताब भी जीत चुकी हैं।

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर