कमिश्नर के न्याय सहायक पर हुई 5वीं FIR:अलीगढ़ में मंडलायुक्त के फर्जी हस्ताक्षर कर जारी किए थे आदेश, पहले से जेल में है आरोपी

अलीगढ़ कमिश्नर के न्याय सहायक के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने के मामले में एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। कमिश्नर ऑफिस के ही प्रशासनिक अधिकारी की ओर से तहरीर देकर क्वार्सी थाने में यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक न्याय सहायक के ऊपर कुल पांच मुकदमें हो गए हैं, जो फर्जीवाड़ा करने के लिए उनके ऊपर कराए गए हैं। आरोपी ने कमिश्नर के फर्जी हस्ताक्षर करके आदेश जारी कर दिए थे और बड़े पैमाने पर विभाग में फर्जीवाड़ा किया था। मामले का खुलासा होने के बाद लगातार विभागीय कार्रवाई की जा रही है। विभाग को मिले हैं संहेहास्पद पत्र प्रशासनिक अधिकारी संजय गौड़ की ओर से कमिश्नरी में न्याय सहायक रहे नवीन जैन पर पांचवां मुकदमा दर्ज कराया गया है। क्वार्सी थाने में दर्ज कराए गए मुकदमें में बताया गया है कि आरोपी न्याय सहायक नवीन जैन की टेबल से उन्हें कुछ दस्तावेज मिले हैं, जो संदिग्ध हैं। इन सभी पर मंडलायुक्त के डिजिटल हस्ताक्षर मौजूद हैं और इसमें तारीख व समय भी अंकित है। जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि यह पत्र शहंशात तिराहा के निवासी संजय सिंह को लाभ पहुंचाने के इरादे से जारी किए गए हैं। इसमें संसाधनों का दुरप्रयोग कर अभिलेखों की हेराफेरी की गई है। जिसके बाद मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुराने मामले में जेल भेजा गया था आरोपी मंडलायुक्त के फर्जी हस्ताक्षर करके विभिन्न आदेश जारी करने के मामले में आरोपी न्याय सहायक नवीन जैन पर पहले से 4 मुकदमें हैं। मुकदमें दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और मामले की जांच शुरू कर दी थी। आरोपी अभी भी जेल में ही है। अब उसके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। सीओ सर्वम सिंह ने बताया कि कमिश्नरी के प्रशासनिक अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें नवीन जैन और संजय सिंह दोनों को आरोपी बनाया गया है। मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है ओर जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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