ऐसे अधिकारी को पुलिस-सेवा में रहने का कोई अधिकार नहीं:संभल से सपा सांसद बर्क ने अनुज चौधरी के ट्रांसफर और सरकार पर कसा तंज

संभल से सपा सांसद जिया उर्रहमान बर्क ने एएसपी अनुज चौधरी के ट्रांसफर पर कहा- ऐसे अधिकारी को पुलिस सेवा में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे अधिकारियों पर बहुत सरकार को बहुत पहले ही कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने उल्टे प्रमोशन कर दिया। अब संभल में स्थिति शांतिपूर्ण रहेगी और सभी नागरिक सुकून से रह सकेंगे। सपा सांसद जिया उर्रहमान बर्क संभल लोकसभा के बिलारी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद सांसद ने मीडिया से बातचीत की इस बातचीत में उन्होंने नवरात्र में मीट की दुकानें बंद कराने का आदेश, अलीगढ़ में इमाम पर हमले और सीएम योगी पर बनी फिल्म को लेकर बात की। सिलसिलेवार पढ़िए पूरी खबर… ASP अनुज चौधरी पर कहा- पुलिस में रहने का अधिकार नहीं बर्क ने एएसपी अनुज चौधरी के ट्रांसफर को लेकर कहा- अधिकारियों की एक जिम्मेदारी है जनता की रक्षा करना और अगर किसी घटना में उनका रोल रहा है, तो उन्हें सरकार की तरफ से दंडित होना चाहिए। ऐसे अधिकारी पर बहुत पहले कार्रवाई होनी चाहिए थी। इन्हें पुलिस सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन अफसोस कि सरकार ने कार्रवाई करने की बजाय प्रमोशन दे दिया। इससे जो अधिकारी सही काम करना चाहते हैं, उनके ऊपर असर पड़ेगा। कानून व्यवस्था तभी सुधरेगी जब सभी ईमानदारी से काम करें। खैर, सरकार ने ट्रांसफर किया है। मैं उम्मीद करता हूं कि अब संभल की परिस्थिति में कोई ऐसा बदलाव न हो, और सभी नागरिक शांति और सुकून के साथ रहेंगे। सीएम पर बनी फिल्म को लेकर कहा- ऐसी फिल्में रोकी जाएं बर्क ने सीएम योगी पर बनी फिल्म “अजेय:द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी” पर कहा- पहले फिल्में मनोरंजन के लिए बनती थीं और सच्चाई दिखाती थीं। अब फिल्मों का भी राजनीतिकरण हो गया है। राजनीति होती तो वह हमें बर्दाश्त होती है। लेकिन फिल्मों के जरिए गंदी राजनीति हो रही है। धर्म के नाम पर भेदभाव का प्रयास किया जा रहा है, वह अब फिल्मों में भी होने लगा। हमारी मांग है कि सेंसर बोर्ड और सरकार को इस पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। ऐसी फिल्मों को रोक देना चाहिए। जब ऐसी फिल्में रोकी जाएंगी और नुकसान होगा, तो कोई आगे ऐसा कदम नहीं उठाएगा। इसमें सेंसर बोर्ड और सरकार कोई काम नहीं कर रहे हैं, तो हम देश की सर्वोच्च अदालत में आवाज उठाएंगे। कहा- मुस्लिम लोगों से अपील है गरबा पंडालों में न जाएं गरबा फंक्शन में गैर हिंदू एंट्री पर भी बर्क ने सरकार को घेरा। बर्क ने कहा- अगर उनकी तरफ से रोकने की बात आई है, तो मैं मुस्लिम लोगों से अपील करूंगा कि वे गरबा पंडालों में न जाएं। लेकिन बीजेपी का काम है, आपस में धर्म के नाम पर भेदभाव करके राजनीति करना, जिससे वे आसानी से राजनीतिक लाभ लें और सत्ता में बने रहें। मेरठ में इमाम के दाढ़ी नोचकर मारपीट मामले में भी बर्क ने सरकार पर हमला किया। कहा- जब मैं विधायक था तब मैं विधानसभा में और अब संसद में इस बात को उठा चुका हूं। जो भीड़ तंत्र है, उसको अधिकार किसने दे दिया कि इस प्रकार की कार्रवाई की जाए। कोई भी मुद्दा होता है तो इकट्ठा होकर और कानून तोड़कर नारे लगाना इसका क्या मतलब बनता है। ऐसे जो भी लोग हैं, जो भीड़ तंत्र के रूप में काम कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि जो आने वाले समय में न तो कानून तोड़ सके न संविधान का अपमान न कर सके। स्वदेशी चीजों का सिर्फ हमारे में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इस्तेमाल हो भारत पर अमेरिका के टैरिफ लगाने के मामले पर भी बर्क ने पीएम को भी घेरा। बर्क ने कहा- प्रधानमंत्री जी ने स्वदेशी चीजों को अपनाने की अपील की थी। मैंने कहा था कि स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल सिर्फ हमारे में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इस्तेमाल हों। यह तभी संभव होगा जब भारत का सामान बाहर एक्सपोर्ट होगा। बीजेपी बस मस्जिद-मदरसा, कब्रिस्तान और गोश्त तक सीमित रह गई नवरात्र में मीट की दुकानें बंद करने का आदेश पर बर्क ने कहा कि बीजेपी बस मस्जिद-मदरसा, कब्रिस्तान और गोश्त तक सीमित रह गई है। जो मेन मुद्दे हैं, उनसे भटकाने का काम कर रही है। पहली बार नवरात्र नहीं हो रहा। हम एक-दूसरे के धार्मिक त्योहारों का सम्मान करते हैं। किसी के मजहब और त्योहार का अपमान नहीं करते। लेकिन इसे टारगेट करके कभी मस्जिद को ढाका जाना, कभी नॉनवेज को बंद कराना। यह सिर्फ बीजेपी की एक पॉलिसी है। बर्क ने कहा- आज देश और प्रदेश कहां से कहां जा रहे हैं और उनको इन चीजों से कोई लेना-देना ही नहीं है। बर्क ने कहा ऐसी चीजों से बीजेपी को अब बाज आ जाना चाहिए। जो मुख्य मुद्दे और जनहित के कार्य हैं, उन पर फोकस होना चाहिए। ———————————————– ये खबर भी पढ़ेंः- पत्नी को करंट लगाया, ससुर की गला घोटकर हत्या:गोंडा में जमीन से नाम हटवाने पर नाराज था, पत्नी से कहता- तुम्हारा अवैध संबंध गोंडा में पति ने करंट के झटके देकर पत्नी की हत्या कर दी। बेटी की चीख सुनकर बचाने पहुंचे ससुर का भी गला घोटकर मार डाला। वह मौके से भाग रहा था। तभी गांव वालों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। ससुर ने पत्नी की मौत के बाद इकलौती बेटी और दामाद के नाम जमीन लिखी थी। आरोपी पत्नी पर अवैध संबंध का आरोप लगाकर उससे मारपीट करता था। तभी ससुर ने उसका नाम बैनामे से हटवा दिया। पढ़ें पूरी खबर…

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर