ऊर्जा रहेजा ने IES परीक्षा में पाई दूसरी रैंक:पहले ही प्रयास में देशभर में हासिल की सफलता
प्रयागराज की ऊर्जा रहेजा ने UPSC की IES परीक्षा 2023 में देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह सफलता उन्होंने पहले ही प्रयास में और बिना कोचिंग के पाई। उनकी मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास सभी के लिए प्रेरणा हैं।कोविड के दौरान भी उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। कठिन हालात में भी उन्होंने हार नहीं मानी। यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास का प्रमाण है। कोविड-19 महामारी के दौरान जब देशभर के छात्र ऑनलाइन पढ़ाई और मानसिक तनाव से जूझ रहे थे, उस समय भी ऊर्जा ने अपने लक्ष्य से ध्यान नहीं हटाया। उन्होंने स्वयं अनुशासन बनाकर तैयारी की और परिस्थितियों से लड़ना नहीं, बल्कि उन्हें स्वीकार करना सीखा। ऊर्जा का मानना है कि जब हम परिस्थितियों को स्वीकार करते हैं, तो समाधान अपने आप मिलने लगते हैं। शैक्षणिक पृष्ठभूमि में उत्कृष्टता ऊर्जा प्रयागराज के सिविल लाइंस क्षेत्र की निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सेंट मेरीज कॉन्वेंट स्कूल, प्रयागराज से हुई। वर्ष 2014 में 10वीं में उन्होंने 95.2%, और 2016 में 12वीं में 97.5% अंक प्राप्त किए। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से वर्ष 2019 में इकोनॉमिक्स ऑनर्स की डिग्री हासिल की। इसी दौरान उनके मन में IES परीक्षा देने का विचार आया। उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में भी मुख्य परीक्षा तक का सफर तय किया, हालांकि अंतिम चयन नहीं हो पाया। स्थानीय विश्वविद्यालय से एमए, गोल्ड मेडल के साथ टॉप किया सिविल सेवा की कोशिश के बाद ऊर्जा ने प्रयागराज के राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय से एमए (इकोनॉमिक्स) की पढ़ाई की। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय में टॉप किया और गोल्ड मेडल भी प्राप्त किया, जिससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ा। ऊर्जा ने IES परीक्षा की तैयारी पूरी तरह स्वाध्याय (self-study) से की। उन्होंने बताया कि वे प्रतिदिन औसतन 10 घंटे पढ़ाई करती थीं और हर विषय को समान महत्व देती थीं। ऊर्जा मानती हैं कि कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और निरंतरता ही किसी भी परीक्षा में सफलता की कुंजी है। पारिवारिक सहयोग बना प्रेरणा का स्रोत ऊर्जा के पिता श्री संजीत रहेजा प्रयागराज के कटरा क्षेत्र में चश्मे का शोरूम चलाते हैं। उनकी मां श्रीमती सुनीता रहेजा गृहिणी हैं, और उनके बड़े भाई पारिवारिक व्यवसाय में सहयोग करते हैं। ऊर्जा मानती हैं कि उनके परिवार का निरंतर सहयोग और विश्वास ही उनकी सफलता की सबसे मजबूत नींव रहा है। अपनी सफलता के पीछे ऊर्जा का सीधा संदेश है। खुद पर भरोसा रखें और निरंतर मेहनत करें। परिस्थितियां कैसी भी हों, अगर लक्ष्य स्पष्ट है और मन स्थिर है, तो सफलता ज़रूर मिलती है।
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