इटौंजा दशहरा मेले का गणेश पूजन के साथ आगाज:134 सालों से हो रहा आयोजन, मुस्लिम समुदाय का मिलता है सहयोग
लखनऊ इटौंजा में प्राचीन ऐतिहासिक दशहरा मेला श्री गणेश जी के पूजन के बाद शुरू हुआ। शुक्रवार देर शाम को गणेश पूजन कर रत्नेश्वर रामलीला समिति द्वारा रामलीला के किरदारों के मंचन की शुरुआत हुई। परंपरा के अनुसार मेला 26 सितंबर से आरंभ होकर 9 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान 6 अक्टूबर को रावण दहन किया जाएगा। इटौंजा मेले के संरक्षक इटौंजा राजपरिवार के राजा कुंवर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इटौंजा का दशहरा मेला वर्ष 1891 में प्रारंभ हुआ था। पहले यह चतुरंगिया स्थान पर आयोजित होता था। बाद में इटौंजा रियासत के राजा इंद्र विक्रम सिंह द्वारा 1892 में निर्मित रत्नेश्वर मंदिर परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया। तभी से यह मेला निरंतर आयोजित होता आ रहा है और आज 134 वर्ष बाद भी अपनी लोकप्रियता बनाए हुए है। वहीं राजा कुंवर वीरेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि दशहरा मेला प्राचीन ऐतिहासिक तो है ही। जहां राज परिवार पूरे तन मन और धन से लगा रहता है। वहीं क्षेत्रीय जनता का भी बढ़ चढकर सहयोग रहता है। खास तौर से मुस्लिम समुदाय के लोग पूर्ण रूप से सहयोग करते हैं। जहां से आप एक गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल कह सकते हैं। इस दशहरा मेला की खास बात यह है कि यह मेला 13 दिन तक चलता है। बहुत लंबे समय तक मेला चलने से क्षेत्र के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना रहता है। इस मेले में शरीक होने के लिए लखनऊ जिले के अलावा आसपास के सीतापुर ,लखीमपुर हरदोई उन्नाव आज जिलों से भी लोग आते हैं। वही आतिशबाजी को लेकर क्षेत्रीय लोगों का विशेष सहयोग रहता है। जहां वह आतिशबाजी अपने मन से खुलकर करते हैं जो कि लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना रहता है।
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