आलमबाग में रामायण का जीवंत मंचन:राम, सीता और लक्ष्मण के भावपूर्ण संवाद ने दर्शकों मन मोह लिया
लखनऊ के आलमबाग में रेलवे रामलीला दशहरा कमेटी द्वारा आयोजित भरत मिलाप शोभा यात्रा में आज रामायण के प्रमुख प्रसंगों का जीवंत मंचन किया।कार्यक्रम में रावण-मारीच संवाद, सीता हरण और रावण-जटायु युद्ध दिखया गया। राम का किरदार सत्यम यादव ने निभाया, लक्ष्मण हर्षित सोनकर, सीता विनायक वर्मा, रावण जितेंद्र तिवारी, स्वरूपनखा अरविंद कुमार, मारीच रंजीत गौड़, खर संजय श्रीवास्तव और दूषण मृदुल मिश्रा ने किया। कुटिया के बाहर एक रेखा खींचकर सुरक्षा का आदेश मंचन में माता सीता प्रभु श्री राम से वार्तालाप करती हैं कि जंगल में बिताए 13 वर्ष बाद एक वर्ष में अयोध्या लौटेंगे। इस दौरान उनका ध्यान जंगल में घूमते सुंदर मृग पर पड़ता है। मृग को पकड़ने की इच्छा जताने पर श्री राम रोकते हैं, लेकिन माता सीता उनकी नहीं सुनतीं। हिरण के पीछे जंगल में जाने पर श्री राम की आवाज सुनाई देती है और माता सीता घबरा जाती हैं। लक्ष्मण जी उन्हें समझाते हैं और कुटिया के बाहर एक रेखा खींचकर सुरक्षा का आदेश देते हैं। माता सीता को पुष्पक विमान लंका ले उड़ा इस बीच रावण साधु का वेश धारण कर कुटिया के बाहर भिक्षा मांगने आता है। माता सीता उसकी बात मानकर रेखा के बाहर आती हैं और रावण असली रूप में प्रकट होकर पुष्पक विमान से उन्हें लंका ले उड़ता है। रास्ते में जटायु महाराज रावण को रोकने का प्रयास करते हैं, लेकिन रावण की छल विद्या से जख्मी होकर वह मातृ सीता का हरण रोक नहीं पाते। कार्यक्रम में दर्शकों ने रामायण के भावपूर्ण दृश्यों और कलाकारों के अभिनय की जमकर सराहना की। रामलीला ने बच्चों और बुजुर्गों को समान रूप से मंत्रमुग्ध कर दिया और दशहरे की महत्ता को जीवंत किया।
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