आगरा मेयर और नगरायुक्त के बीच रार…यह चिट्ठी है वजह:बिना जानकारी दिए टेंडर के विस्तार पर मांगा जवाब
आगरा मेयर हेमलता दिवाकर और नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल के बीच एक और चिट्ठी विवाद का कारण बन गई है। चिट्ठी नगर निगम में चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि इस मामले में कोई भी खुलकर नहीं बोल रहा है। चिट्ठी अग्रवाल एंड कंपनी को लेकर है। जिस पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते आए है। महापौर फिलहाल दक्षिण कोरिया में आयोजित स्मार्ट लाइफ वीक (एसएलडब्लू) कार्यक्रम से शुक्रवार को आगरा लौटी है। महापौर हेमलता दिवाकर ने 22 तारीख को नगरायुक्त को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा- आगरा में आउटसोर्सिंग कर्मियों को रखने वाली फॉर्म अग्रवाल एंड कंपनी का निविदा की शर्तों के अनुसार इसका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद नगर निगम द्वारा नई निविदा प्रक्रिया न अपनाए जाने के बाद कैसे अग्रवाल एंड कंपनी कार्य में विस्तार कर दिया है। जबकि इसकी जानकारी न तो अधोहस्ताक्षरी और न कार्यकारिणी को है। इस फर्म पर आए दिन अनियमितताएं कि शिकायत प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने कहा- शासन द्वारा आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता फर्म हायर किए जाने वाली पारदर्शी व्यवस्था के तहत किए जाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन नगर निगम को ऐसी क्या परेशानियां सामने आ रही है जिसके कारण बार-बार अनियमितताएं करने वाली ही फर्म का कार्यकाल और समय सीमा बढ़ा दी जा रही है। इस पर मेयर ने नाराजगी जताते हुए कहा है ना तो संज्ञान में लाया जाता है ना ही कार्यकारिणी के समक्ष रखा जाता है। इसे लेकर नियर में नगर आज से सवाल तलब किया है।
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/jDm8Yng
Leave a Reply