आगरा के धर्मांतरण गैंग के सदस्यों का आतंकियों से कनेक्शन:झारखंड में पकड़े गए 4 आतंकियों से गैंग के मुख्य सदस्यों के जुड़े तार

आगरा के सदर क्षेत्र की सगी बहनों के धर्मांतरण में जेल गए आरोपियों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। झारखंड में पकड़े गए 4 आतंकियों से गैंग के मुख्य सदस्यों का कनेक्शन निकला है। इसके बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। उन्होंने अपने तरीके से जांच शुरू कर दी है।
धर्मांतरण के आरोपियों से बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप के डाटा से पुलिस को यह जानकारी मिली थी। कोलकाता से कराया था मुक्त
बता दें कि जुलाई में सदर की सगी बहनों को आगरा पुलिस ने कोलकाता से मुक्त कराया था। इस मामले में पुलिस ने मुस्तफाबाद, दिल्ली निवासी अब्दुल रहमान सहित 14 लोगों को पकड़ा था। आयशा उर्फ एसबी कृष्णा नाम की गोवा की एक महिला भी आरोपियों में शामिल है। पुलिस ने की थी पूछताछ
पुलिस ने आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। 6 युवतियों ने गैंग के सदस्यों के खिलाफ धर्मांतरण कराने के बयान दर्ज कराए थे। मुकदमे की विवेचना जारी है। इसी बीच पुलिस जांच में पता चला है कि धर्मांतरण गैंग के 4 सदस्यों के कनेक्शन झारखंड में पकड़े गए 4 आतंकियों से हैं। अप्रैल में झारखंड में पकड़े थे आतंकी
पुलिस को पता चला था कि दीनी तालीम के नाम पर अब्दुल रहमान कई प्रदेशों में जाया करता था। अप्रैल 2025 में झारखंड में ATS ने आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर से जुड़े अयान जावेद, उसकी पत्नी शबनम परवीन, मोहम्मद शहजाद आलम और फैयाज हुसैन को पकड़ा था। ये करते थे काम
चारों जेल में बंद हैं। वे झारखंड में सोशल मीडिया पर लोगों का ब्रेनवॉश करके अपने से जोड़ते थे। आगरा पुलिस धर्मांतरण में जेल भेजे गए आरोपियों का मोबाइल डाटा खंगाल रही थी। छानबीन के दौरान आरोपियों की सोशल मीडिया पर कुछ संदिग्ध लोगों से बातचीत की पुष्टि हुई। वहीं दूसरी तरफ एटीएस झारखंड आतंकियों की जांच में जुटी हुई थी। कड़ियां आपस में जुड़ती चली गईं। मुकदमे में बढ़ सकती है आतंकवाद की धारा
धर्मांतरण में जेल में बंद कुछ आरोपियों के खिलाफ पुलिस आतंकवाद की धारा 113 बीएनएस बढ़ा सकती है। धर्मांतरण के आरोपियों से पूछताछ के लिए IB और NIA की टीम कई दिन तक आगरा में रुकी रही थी।

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर