अयोध्या मस्जिद का विदेशी पैटर्न का नक्शा स्वीकार नहीं:ट्रस्ट ने कहा- अब नई डिजाइन पर होगा काम, धन्नीपुर मस्जिद में अवधी स्थापत्य की दिखेगी झलक

हमारे समाज के लोगों को पहले के विदेशी पैटर्न का नक्शा स्वीकार नहीं है, इसीलिए नया नक्शा तैयार किया जा रहा है। दरअसल पहले का डिजाइन जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्ट एसएम अख्तर ने तैयार किया था। ऐसी मस्जिदें खाड़ी या पश्चिमी देशों में बनाई जाती हैं। अब यह पूरी तरह से देशी डिजाइन पर होगा। मस्जिद ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी के अनुसार नए डिजाइन के मुताबिक मस्जिद के बीच में एक गुंबद होगा। चारों ओर पांच मीनारें होंगी। धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद अब नई डिजाइन में नजर आएगी। नया डिजाइन विदेशी आर्किटेक्चर पर आधारित नहीं बल्कि अवधी स्थापत्य से प्रेरित होगा। मस्जिद का ऊपरी हिस्सा गुंबदाकार होगा। विदेशी मस्जिदों की तरह इमारत में शीशे का इस्तेमाल ज्यादा नहीं किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस बदलाव के कारण ही मस्जिद ट्रस्ट में पुराना नक्शा खुद ही खारिज कर दिया। नया नक्शा जल्द ही अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के सामने पेश किया जाएगा। पहले जमा किया गया नक्शा हम अप्रूव भी नहीं करवाना चाहते थे मस्जिद ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी ने बताया कि हमें अयोध्या विकास प्राधिकरण से नक्शा अस्वीकृत किए जाने की आधिकारिक सूचना नहीं मिली है, लेकिन हमारी कोई शिकायत भी नहीं है। पहले जमा किया गया नक्शा हम अप्रूव भी नहीं करवाना चाहते थे, इसीलिए मस्जिद ट्रस्ट की ओर से कोई पहल भी नहीं की गई। बताते चले कि हाल ही में एक आरटीआई के जवाब में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने बताया था कि मस्जिद ट्रस्ट ने नक्शा अप्रूव करने के लिए 2023 में आवेदन एडीए के पोर्टल पर किया था। सारी एनओसी न अपलोड किए जाने के कारण आवेदन साल भर बाद स्वतः ही रिजेक्ट हो गया।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर