अनुज चौधरी को नौकरी से बाहर कर देना चाहिए:सपा सांसद बर्क बोले- उनके जाने के बाद संभल में शांति रहेगी

‘एएसपी अनुज चौधरी जैसे अधिकारी को पुलिस सेवा में रहने का अधिकार नहीं है। सरकार को ऐसे अधिकारियों पर बहुत पहले ही कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन, उल्टा उनका प्रमोशन कर दिया गया। उनकी फिरोजाबाद में पोस्टिंग होने के बाद अब संभल में स्थिति शांतिपूर्ण रहेगी। सभी नागरिक सुकून से रह सकेंगे।’ यह बात संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कही। वह सोमवार को बिलारी विधानसभा क्षेत्र में हुए एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नवरात्र में मीट की दुकानें बंद कराने के आदेश, अलीगढ़ में इमाम पर हमले और सीएम योगी पर बनी फिल्म को लेकर भी बात की। सांसद बर्क की कही 5 बड़ी बातें 1- ASP अनुज चौधरी को पुलिस सेवा में रहने का हक नहीं
सांसद बर्क ने कहा- अधिकारियों की जिम्मेदारी जनता की रक्षा करना है। अगर किसी घटना में पुलिस अफसर का रोल है, तो उन्हें सरकार की तरफ से दंडित किया जाना चाहिए। ऐसे अधिकारी पर पहले कार्रवाई होनी चाहिए थी। इन्हें पुलिस सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन, सरकार ने कार्रवाई करने के बजाय प्रमोशन दे दिया। इसका असर उन अधिकारियों पर पड़ेगा, जो सही काम करना चाहते हैं। कानून व्यवस्था तभी सुधरेगी, जब सभी ईमानदारी से काम करें। खैर, सरकार ने ट्रांसफर किया है। मैं उम्मीद करता हूं कि अब संभल की परिस्थिति में कोई ऐसा बदलाव न हो। सभी नागरिक शांति और सुकून के साथ रहेंगे। 2- योगी पर बनी फिल्म नहीं रुकी, तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
बर्क ने सीएम योगी पर बनी फिल्म ‘अजेय- द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ पर भी बर्क ने तंज कसा। कहा- पहले फिल्में मनोरंजन के लिए बनती थीं और सच्चाई दिखाती थीं। अब फिल्मों का भी राजनीतिकरण हो गया है। राजनीति होती, तो वह हमें बर्दाश्त होती। लेकिन, फिल्मों के जरिए गंदी राजनीति हो रही है। धर्म के नाम पर भेदभाव का प्रयास किया जा रहा है। वह अब फिल्मों में भी होने लगा है। उन्होंने कहा- हमारी मांग है कि सेंसर बोर्ड और सरकार को इस पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। ऐसी फिल्मों को रोक देना चाहिए। जब ऐसी फिल्में रोकी जाएंगी और नुकसान होगा, तो कोई आगे ऐसा कदम नहीं उठाएगा। इसमें सेंसर बोर्ड और सरकार कोई काम नहीं करेंगे, तो हम सुप्रीम कोर्ट में आवाज उठाएंगे। 3- मुस्लिम गरबा पंडालों में न जाएं
गरबा फंक्शन में गैर हिंदू की एंट्री पर भी बर्क ने सरकार को घेरा। कहा- अगर उनकी तरफ से रोकने की बात आई है, तो मैं मुस्लिम लोगों से अपील करूंगा कि वे गरबा पंडालों में न जाएं। भाजपा का काम है, आपस में धर्म के नाम पर भेदभाव करके राजनीति करना। जिससे वे आसानी से राजनीतिक फायदा लें और सत्ता में बने रहें। मेरठ में इमाम के दाढ़ी नोचकर मारपीट मामले पर कहा- जब मैं विधायक था। तब मैं विधानसभा में और अब संसद में इस बात को उठा चुका हूं। जो भीड़ तंत्र है, उसको अधिकार किसने दे दिया कि इस प्रकार की कार्रवाई की जाए। कोई भी मुद्दा होता है, तो इकट्ठा होकर और कानून तोड़कर नारे लगाने का क्या मतलब है? ऐसे जो भी लोग हैं, जो भीड़ तंत्र के रूप में काम कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसी सजा मिलनी चाहिए, जो आने वाले समय में न तो कानून तोड़ सकें, न संविधान का अपमान न कर सकें। 4- स्वदेशी चीजों का विदेशों में भी इस्तेमाल हो
भारत पर अमेरिका के टैरिफ लगाने के मामले में बर्क ने कहा- प्रधानमंत्री ने स्वदेशी चीजों को अपनाने की अपील की थी। मैंने कहा था कि स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल सिर्फ हमारे देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इस्तेमाल हो। यह तभी संभव होगा, जब भारत का सामान बाहर एक्सपोर्ट होगा। 5- भाजपा बस मस्जिद-मदरसा तक सीमित रह गई
नवरात्र में मीट की दुकानें बंद कराने के आदेश पर बर्क ने कहा- भाजपा बस मस्जिद-मदरसा, कब्रिस्तान और गोश्त तक सीमित रह गई। जो मेन मुद्दे हैं, उनसे भटकाने का काम कर रही है। पहली बार नवरात्र नहीं हो रहा। हम एक-दूसरे के धार्मिक त्योहारों का सम्मान करते हैं। किसी के मजहब और त्योहार का अपमान नहीं करते। लेकिन, इसे टारगेट करके कभी मस्जिद को ढका जाना, कभी नॉनवेज को बंद कराना, यह सिर्फ भाजपा की एक पॉलिसी है। आज देश और प्रदेश कहां से कहां जा रहे हैं, उनको इन चीजों से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसी चीजों से भाजपा को अब बाज आना चाहिए। जो मुख्य मुद्दे और जनहित के कार्य हैं, उन पर फोकस होना चाहिए। ————————– ये खबर भी पढ़ेंः- पत्नी को करंट लगाया, ससुर की गला घोटकर हत्या, गोंडा में जमीन से नाम हटवाने पर नाराज था गोंडा में पति ने करंट के झटके देकर पत्नी की हत्या कर दी। बेटी की चीख सुनकर बचाने पहुंचे ससुर का भी गला घोटकर मार डाला। वह मौके से भाग रहा था। तभी गांव वालों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। ससुर ने पत्नी की मौत के बाद इकलौती बेटी और दामाद के नाम जमीन लिखी थी। आरोपी पत्नी पर अवैध संबंध का आरोप लगाकर उससे मारपीट करता था। तभी ससुर ने उसका नाम बैनामे से हटवा दिया। पढ़ें पूरी खबर…

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर