स्वस्थ समाज की संजीवनी है चिकित्सा शिक्षा:MGUG में MBBS के नए विद्यार्थियों के दीक्षारम्भ समारोह में बोले कुलपति

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (MGUG) के श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के MBBS कोर्स के नए बैच के विद्यार्थियों के दीक्षारम्भ और व्हाइट कोट समारोह का सोमवार को उद्घाटन हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा स्वस्थ समाज की संजीवनी है। कार्यक्रम में कुलपति ने कहा कि MGUG शिक्षा के मंदिर के साथ कर्तव्यों के बोध का भी मंदिर है। यहां चिकित्सा क्षेत्र को धारण करने अर्थात कर्तव्यों के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता का संकल्प दिलाया जाता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा के पहले पायदान पर एक कठिन परीक्षा को पास करके आप सभी ने नए संकल्पों को ग्रहण किया है। विद्यार्थियों को स्वयं को अनुशासन की परिधि में रखना होगा जिसमें तप के यहां से निकलने वाला चिकित्सक सिर्फ डिग्री ही नहीं जीवन मूल्यों का का संकल्प लेकर समाज को चिकित्सा सेवा देगा। यहां भारत के विविध राज्यों से आए विद्यार्थियों के मेल से सांस्कृतिक वातावरण भी पुष्पित होगा । कुलपति ने कहा कि चिकित्सा सेवा दवा की पर्ची लिखने की मात्र कला नहीं है बल्कि समाज को एक सुखद एवं स्वस्थ्य जीवन देने की विद्या है। नए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु गोरखनाथ व अन्य नाथ गुरुओं की महिमा से अभिसिंचित इस विश्वविद्यालय परिसर में आपको अध्ययन का अवसर मिलना सौभाग्य का सूचक है। कुलपति ने कहा कि रोगी चिकित्सक को भगवान मानता है। आपकी की भी जिम्मेदारी है व्हाइट कोट को पहनकर सेवा भाव से राष्ट्र को निरोगी बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। एमजीयूजी का प्रमुख उद्देश्य लोक कल्याण MGUG के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने MBBS के द्वितीय बैच का स्वागत करते हुए नव विद्यार्थियों को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के उद्देश्य और संकल्पों से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में इस विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य लोक कल्याण है। हम सेवा भाव को केन्द्र में रखकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद लोक कल्याण की भावना लेकर अपने चिकित्सा और शिक्षा सेवाओं के साथ सामाजिक, आध्यात्मिक भाव से चेतना, चरित्र और चिंतन के भाव से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध करा रहा है। गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह विश्वविद्यालय मेडिकल के क्षेत्र में नया कीर्तिमान और प्रतिमान स्थापित करने को तैयार है। यह विश्विद्यालय शिक्षा, चिकित्सा से पूर्वांचल ही नहीं संपूर्ण देश का रोल मॉडल बनकर सभी का मार्ग प्रशस्त करेगा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में पूर्वाचल के लिए वरदान साबित हो रहा है। आने वाले समय में नए चुनौतियों और संभावनाओं के साथ चिकित्सा में आने वाले नूतन प्रयोगों , शोध कार्यों से चिकित्सा सेवा का सुदृढ़ बनाने का संकल्प लेना होगा। फैकल्टी ऑफ मेडिकल साइंसेज के अधिष्ठाता डॉ. चंदशेखर मूर्ति ने दीक्षारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुशासन का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। आप कार्यों को भार की तरह न लें, इन्हें आप अपनी पसंद बनाएं इससे कार्य भार नहीं लगेगा। दीक्षारम्भ में नवविद्यार्थियों को सेवा, दया, ईमानदारी और समर्पण की शपथ दिलाई गई। दीक्षारम्भ कार्यक्रम को नवविद्यार्थियों को डॉ. रघुराम आचार्य, डॉ. प्रशांत एस, डॉ. रोहित एलानी, अमित कुमार सिंह, डॉ. वर्षा मोकाशी, डॉ. केएल किंग और डॉ. तेजस्विनी मुप्पला ने भी संबोधित किया। संचालन राशि सिंह और सृजन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजेश दसराज ने किया। इस अवसर पर डॉ. हरिओम शरण, डॉ. विद्यासागर, डॉ. नीतेश कुमार, डॉ. पूनम श्रीवास्तव, डॉ. रामकुमार, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ. प्रवीण गौतम, डॉ. ओंकारनाथ तिवारी, डॉ. शशिभूषण तिवारी, डॉ. विकास तिवारी, डॉ. बीना प्रजापति, डॉ. गौरव, डॉ. पूजा मिश्रा, अनिल कुमार पटेल सहित विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक उपस्थित रहे।

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