सुसाइड में जिस महिला का जिक्र उसने 13-लोगों को फंसाया:लखनऊ में व्यवसायी ने दी थी जान, परिवार बोला- ब्रेन हेमरेज से 1 की और हो चुकी मौत
लखनऊ में थोड़ी-सी जमीन का विवाद इस कदर गहरा गया कि दंपती ने मोहल्ले के 13 लोगों पर छेड़छाड़ का मुकदमा करा दिया। मामूली झगड़े पर छेड़छाड़ की FIR होने से 2 लोगों की जान भी चली गई। एक महिला इतनी परेशान हुई कि उसे ब्रेन हेमरेज हो गया। कुछ दिन में उसकी मौत हो गई। वहीं, दूसरे व्यक्ति को छेड़छाड़ के मुकदमे का इतना गिल्ट हुआ कि उसने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। पूरा मामला मानकनगर इलाके का है। हाल ही में दंपती की प्रताड़ना और छेड़छाड़ के झूठे मुकदमे पर एक पीड़ित बेकरी व्यवसायी ने सुसाइड किया। सुसाइड से पहले व्यवसायी ने 6 पन्ने का नोट लिख दर्द बयां किया। उसने लिखा कि दंपती ने छेड़छाड़ का मुकदमा लिखवाया था। उसका समन आ गया है जिससे अब समाज में बदनामी होगी। परिजन का कहना है कि पुलिस भी आरोपी के पक्ष में कार्रवाई कर रही है। दैनिक भास्कर पूरे मामले को जानने मृतक व्यवसायी के घर पहुंचा। वहां पूरे मोहल्ले को दंपती से परेशान होने की बात पता चली। दोनों पति-पत्नी ने मोहल्ले में तीन परिवार के 13 लोगों पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा रखा है। पढ़िए मृतक व्यवसायी और पड़ोसियों ने क्या कहा… 6 पन्ने के सुसाइड नोट में महिला की प्रताड़ना का जिक्र मानकनगर के मेहंदी खेड़ा निवासी बेकरी संचालक वीरेंद्र यादव (44) अपनी पत्नी नीलम, बेटे अभय और बेटी दीपाली के साथ रहते थे। उसी मकान में उनके भाई अभिषेक यादव और उसकी पत्नी अनीता यादव भी परिवार के साथ रहते हैं। घर के सामने रहने वाले सुरजीत और उसकी पत्नी अनीता यादव से घर के बाहर रैंप बनाने को लेकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि कोर्ट में पहुंच गया। कोर्ट में मामले विचाराधीन होने के बावजूद दबंग दंपती निर्माण करा रहे थे। जिसका वीरेंद्र ने विरोध किया तो उनके पूरे परिवार पर झूठा छेड़छाड़ का मुकदमा लिखवा दिया। वीरू ने सुसाइड से पहले 6 पन्ने का सुसाइड नोट लिखा जिसमें महिला की प्रताड़ना का जिक्र किया है। समन आने से लोकलाज का डर उनको सताने लगा वीर की पत्नी नीलम यादव ने बताया कि सुरजीत और उसकी पत्नी ने दबंगई दिखाकर गली में रास्ता खोल लिया। जिसका मुकदमा कोर्ट में चल रहा है। इसके बावजूद दोनों ने निर्माण कार्य किया। इस दौरान पुलिस को शिकायत की गई तो उल्टा पुलिस ने उनका साथ दिया। इसके बाद दबाव बनाने के लिए पति, बेटे, देवर और घर के अन्य सदस्यों को झूठे छेड़छाड़ के मुकदमे में फंसा दिया। जिसका एक हफ्ते पहले समन आया था। 11 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा था। जिसकी वजह से मान-सम्मान को लेकर परेशान थे। उन्हें लग रहा था कि जेल चले जाएंगे तो क्या इज्जत रहेगी। इसकी वजह से जहर खा लिया। चार साल पहले विवाद एक रास्ते को लेकर हुआ। इसके बाद धीरे-धीरे पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। बच्चों का करियर बर्बाद करने की धमकी देते हैं। बहन की शादी को लेकर चिंतित थे पिता वीरेंद्र के बेटे अभय यादव का कहना है कि पिता के जाने से सब खत्म हो गया। पापा रोजाना यही बात करते थे कि बेटी की शादी कैसे करेंगे। जो भी रिश्ता आएगा उसको पता चलेगा कि बाप-भाई छेड़छाड़ करते हैं। उनको समझाते थे कि परेशान न हो आगे देखेंगे। झूठे मुकदमे कब तक परेशान करेंगे। लेकिन रात में अचानक ऐसा कदम उठा लिया। ‘चारों तरफ कैमरे, बिना साक्ष्य पुलिस ने छेड़छाड़ की रिपोर्ट लिख ली’ अभय बताते हैं कि मोहल्ले के सभी लोग खड़े थे। चारों तरफ कैमरे चल रहे थे जिनमें सब कैद हुआ। आखिर दूर खड़ा व्यक्ति छेड़छाड़ कैसे कर सकता है। थाने पर शिकायत गई तो वहां पर बोला गया कि इन लोगों पर रेप का मुकदमा लगा दो। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने छेड़छाड़ लगाने की सलाह दी। वीडियो में महिलाएं दिखाई दीं, मारपीट महिलाओं के बीच हुई लेकिन आरोपी सबको बनाया वो भी छेड़छाड़ के मुकदमे में…। झूठे मुकदमे ने पढ़ाई तक बर्बाद करवा दी अभय कहते हैं कि पिता के बिना कैसी पढ़ाई बची अब। बहन जॉब कर रही थी। उसकी नौकरी छूट गई। मेरी एलएलबी की पढ़ाई छूट गई। जब पुलिस से मदद मांगी गई तब पुलिस ने आरोपियों की मदद की। यहां खड़े होकर हंसते हुए उनका निर्माण करवाते थे। नगर निगम से कोई सड़क नहीं पास है, लेकिन पुलिसवालों ने एकतरफा कार्रवाई की। अब इंसाफ यही चाहिए कि सबकी जवाबदेही तय हो। ‘पुलिस की संवेदनहीनता आई सामने’ मृतक के बेटे अभय ने कहा- पिता की मौत के बाद पुलिस ने पंचनामा भरने में पूरा दिन लगा दिया। उनका अंतिम संस्कार रात को करना पड़ा। पुलिस का कहना था कि उनके पास कोई लिखने वाला नहीं है। सभी लोग फरियाद करते रहे लेकिन पुलिसकर्मियों ने बताया कि वहां वो व्यक्ति नहीं है, जो एफआईआर लिखता है। गाली देने या मामूली मारपीट की घटना में घर पहुंचने वाली पुलिस इतने बड़े मामले में केस नहीं दर्ज कर पाई। अब पढ़िए मोहल्ले के पीड़ितों ने जो कहा… गाली देते हैं, कोई बीच में आए तो भिड़ जाते हैं वीरू के पड़ोस में रहने वाली अमृता यादव ने रोते हुए अपनी पीड़ा बताई। उनका कहना है कि सुरजीत यादव व उनकी पत्नी अनिता यादव ने जीना मुहाल कर रखा है। पिछले तीन साल से पूरे मोहल्ले में झगड़ा करते हैं। इलाके के लोगों को गाली देते हैं, मना करने वाले से भी भिड़ जाते हैं। अनिता ने अमृता के पति पर भी छेड़छाड़ का मुकदमा लिखवाया था। उसने बाजार में छेड़छाड़ व बच्चे को गोली मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई। इसकी वजह से उनको हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद अनिता का पति सुरजीत कमेंट करता है कि इस बार बच गए, अगली बार नहीं बचोगे। पुलिस के पास शिकायत लेकर जाओ तो उल्टा उसका साथ देती है। हम लोगों की कोई सुनवाई नहीं होती। ये दोनों इस कदर पीड़ित करते हैं, जो घर का मजबूत सदस्य होता है उसी को झूठे मुकदमे में फंसाते हैं। यह मोहल्ले की तीसरी घटना है। दंपती के झूठे मुकदमे से पीड़ित लोग मोहल्ले के दिनेश यादव, उनकी पत्नी अमृता यादव, बेटा आदित्य यादव, भाई विनोद यादव और उनकी पत्नी सोनी यादव ने बताया कि वे सभी दंपती से पीड़ित हैं। आरोपियों की झूठे मुकदमे के चलते दिनेश को भी हार्ट अटैक पड़ चुका है। एक अन्य परिवार के नरेंद्र यादव और उनकी पत्नी बिट्टो यादव पर फर्जी मुकदमा लिखवाया था। इसके चलते बिट्टो तनाव में रहने लगी और उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया जिससे उनकी मौत हो गई। महिला का पति रेलवे में, भाई एसटीएफ में मृतक व्यवसायी वीरू के सुसाइड नोट और मोहल्ले वालों के मुताबिक आरोपी महिला अनीता का पति सुरजीत यादव रेलवे में नौकरी करता है। वहीं, उसका भाई यानी आरोपी सुरजीत का साला लवकुश यादव एसटीएफ में है। आरोप है कि महिला के भाई के दबाव में पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई की। उसका दूसरा भाई पुलिसवालों के सामने सबको धमकी देता था कि अगर हमारा इलाका होता तो सबको कटवा देते। थाने के अंदर बैठकर धमकी देता था। मृतक व्यवसायी के बेटे अभय ने बताया- मोहल्ले में अगर किसी ने इस दंपती का कभी विरोध किया तो तुरंत पुलिस आ जाती है। सुरजीत ने मोहल्ले की महिलाओं को गंदे कमेंट किए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मानकनगर थाना प्रभारी अजीत कुमार ने इस मामले में कहा- व्यवसायी के परिवार की तरफ से सुसाइड के कारणों के मामले में तहरीर नहीं मिली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि नहीं हुई है। विसरा जांच के लिए सैंपल भिजवाया जाएगा। ———————— ये खबर भी पढ़िए… राजा भैया की बेटी बोलीं-यूपी बुलाकर मां को मारेंगे:योगी से कहा–किस उम्मीद से जाएं, न्याय मांगने पर 10 और केस हो जाते हैं राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह का विवाद थम नहीं रहा। इसी बीच बड़ी बेटी राघवी सिंह पहली बार सामने आईं। उन्होंने X पर वीडियो शेयर कर सीएम योगी से अपील की है। कहा- यूपी में न्याय मांगने की कोशिश कीजिए, तो आप पर 10 मुकदमे और हो जाते हैं। क्योंकि ये सब योगी के संज्ञान में ही नहीं, बल्कि उनके समर्थन और संरक्षण में हो रहा। (पूरी खबर पढ़िए)
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