साध्वी प्राची बोलीं- मस्जिद में गरबा होना चाहिए:मुस्लिम लड़कियां नवरात्र में संस्कार सीखें, आधार कार्ड देखकर हो लड़कों की एंट्री

साध्वी प्राची अपने बयान से एक बार फिर सुर्खियों में हैं। बागपत में उन्होंने कहा- मुस्लिम लड़के गरबा में जाकर हिंदू लड़कियों को छेड़ते हैं। रामलीला और गरबा में आधार कार्ड देखकर लड़कों को एंट्री देनी चाहिए। इससे संदिग्ध लोगों की एंट्री नहीं होगी। गरबा इतना सुरक्षित है तो मुस्लिम लड़कियों को गरबा में लाना चाहिए, वे यहां आकर संस्कार सीखेंगी।डीएनए सबका एक है, मस्जिदों में भी गरबा करा लीजिए। महिलाएं वहां पर जाएं, देखें और कुछ शिक्षा और संस्कार लेकर आएं। साध्वी ने विश्व हिंदू परिषद की नॉन हिंदू की एडवाइजरी का समर्थन किया है, जिसमें हिंदू कार्यक्रमों में मुस्लिमों की एंट्री रोकने की बात कही गई है। साध्वी प्राची बड़ौत में पंचमुखी मंदिर की रामलीला देखने पहुंची थीं। साध्वी प्राची ने सपा नेता आजम खान की रिहाई को लेकर कहा कि अच्छी बात है कि वो अपने घर पहुंच गए हैं। अब वो अपनी सेहत का ध्यान रखें। साध्वी के बयानों की बड़ी बातें पढ़िए साध्वी प्रज्ञा ने कहा- डेनमार्क में मुस्लिम समुदाय को वोट देने का अधिकार खत्म कर दिया गया है।यह बहुत अच्छा कानून डेनमार्क में पास हुआ है। हिंदुस्तान में भी यह पहल होनी चाहिए। ज्यादा बच्चे वाले हिंदू, मुसलमान, ईसाई कोई भी वो उसे वोट देने का अधिकार सरकार को खत्म कर देना चाहिए।‌

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर