मेरे साथ जो भी हुआ, अच्छा नहीं..पीड़ित का छलका दर्द:संतों ने कहा-अयोध्या की छवि खराब हो रही, ठेले वालों को कराया गया था उल्टा खड़ा

‘मैं आगरा से आकर यहां ठेला लगाता हूं। यह हमारी मजबूरी है। मेरे साथ जो भी हुआ, अच्छा नहीं हुआ। हम आगे कुछ नहीं कहना चाहते।” ये कहना है अयोध्या में दीनदयाल पार्क के पास ठेले लगाने वाले पीड़ित का। अयोध्या में नगर निगम ने ठेला लगाने वालों को डंडे के बल उल्टा खड़ा कर दिया। साथ ही कान पकड़कर उठक-बैठक भी करवाई। ठेले वालों का कसूर सिर्फ इतना था कि वे अयोध्या धाम में दीनदयाल पार्क के पास ठेला लगाते थे। जब सच जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड पर पहुंची तो पार्क के सामने दोनों पटरियों पर प्रसाद, स्वीट कार्न, चाय और टिकिया आदि की दुकानें लगी मिली। पार्क के सामने सीढ़ियों पर पर्यटक सेल्फी लेते नजर आए, जबकि पार्क के अंदर मजदूर वर्ग के लोग आराम फरमा रहे थे। इस बीच हनुमानगढ़ी के संतों का समूह टहलते हुए दिखा। अतिक्रमण नहीं होना चाहिए
दैनिक भास्कर से बात करते हुए हनुमानगढ़ी के वरिष्ठ नागा उपेंद्र दास ने कहा-दीनदयाल पार्क में हुई कार्रवाई पूरी तरह अनुचित है। पंडित दीनदयाल की मूर्ति के सामने हुई इस घटना से न केवल उनकी गरिमा को ठेस पहुंची है, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक छवि भी प्रभावित हुई है। हालांकि, उन्होंने जोर देते हुए कहा-अतिक्रमण रोकना जरूरी है, लेकिन इस तरह की कार्रवाई अमानवीय और अनुचित है। हनुमानगढ़ी राम मंदिर के निकट स्थित है और यहां इस तरह की घटना शहर की साख को कमजोर कर सकती है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। संत रवि बोले-अयोध्या में अमानवीय कार्रवाई कतई माफ नहीं होगी
हनुमानगढ़ी के बसंतिया पट्‌टी के युवा संत रवि दास ने कहा-दोषियों को कतई माफी नहीं मिलनी चाहिए। अयोध्या को बदनाम करने वाले अधिकारियों को ऐसी सजा मिले कि भविष्य में कोई भी दुबारा इस तरह की अमानवीयता करने का दुस्साहस न करे। उन्होंने आगे कहा-अयोध्या त्याग, तपस्या और उदारता की भूमि है। यहां भूखों को भोजन और जरूरतमंदों को कपड़े उपलब्ध कराए जाते हैं। ऐसे में गरीबों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार बेहद पीड़ा देने वाला है और इसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। दोषी अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए
समाजसेवी अभिषेक सावंत ने कहा- नगर निगम का प्रवर्तन दल गरीबों का मजाक उड़ा रहा है। अयोध्या जैसी पवित्र भूमि और भारत जैसे सहिष्णु देश में इस तरह की सजा देना बिल्कुल गलत है। दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए। साथ ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए। ऐसी कार्यवाही न केवल गरीबों के साथ अन्याय है, बल्कि अयोध्या की छवि को भी नुकसान पहुंचा रही है। पीड़ित बोले-हमारी मजबूरी, आगे कुछ नहीं कहेंगे
नगर निगम की कार्रवाई के बाद अधिकांश पीड़ित डर के कारण सामने नहीं आ रहे हैं। स्थानीय लोगों की मदद से हमारी मुलाकात एक लड़के रोहित से हुई। पहले तो रोहित बोलने से डरता रहा। इसके बाद उसने बताया-मैं आगरा से आकर यहां ठेला लगाता हूं। यह हमारी मजबूरी है। हमारे साथ जो भी हुआ, अच्छा नहीं हुआ। हम आगे कुछ नहीं कहना चाहते। पीड़ितों में भय का माहौल है और वे निगम की कार्रवाई के डर से अपनी बात सार्वजनिक करने से कतरा रहे हैं। जानिए पूरा मामला
दीनदयाल पार्क के आसपास कुछ लोग ठेला लगाकर अपनी आजीविका चलाते हैं। शुक्रवार को नगर निगम के प्रवर्तन दल में शामिल कुछ सुरक्षाकर्मी पार्क पहुंचे। ठेला लगाने वालों को पकड़ लिया। इन लोगों को पार्क के अंदर लाया गया, फिर इनको कान पकड़कर उठक-बैठक कराया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने पार्क की दीवार के सहारे उल्टा खड़ा होने को कहा। सुरक्षाकर्मियों ने डंडे के बल पर 8 ठेलेवालों को उल्टा खड़ा कराया। काफी देर तक ये लोग सिर नीचे और पैर दीवार के सहारे करके खड़ा रहे। महापौर ने अपर नगर आयुक्त को सौंपी जांच
वीडियो सामने आने के बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया। महापौर महंत गिरीश त्रिपाठी ने अपर नगर आयुक्त भरत भार्गव को मामले की जांच करने और रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए। महापौर ने कहा-जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, नगर निगम के अधिकारियों ने बताया- पार्क के आसपास ठेले लगाने को कई बार मना किया गया था। बावजूद इसके ठेले बार-बार लगाए जा रहे थे, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही थी। लोगों की शिकायत पर ही यह कार्रवाई की गई। सपा नेता बोले- कार्रवाई जरूरी, तरीका अमानवीय
सपा नेता और पार्षद प्रतिनिधि महेंद्र शुक्ल ने कहा-दीनदयाल पार्क के पास लंबे समय से कुछ लोग अतिक्रमण कर दुकानें लगा रहे थे, जिससे लोगों को परेशानी हो रही थी। नगर निगम का प्रवर्तन दल कई बार उन्हें हटाता रहा, लेकिन कुछ दिन बाद वे फिर से दुकानें लगाने लगते थे। अतिक्रमण पर कार्रवाई करना जरूरी है, लेकिन अमानवीय तरीके से यह गलत है। प्रवर्तन दल को केवल नियमों के अनुसार चालान या जब्ती की कार्रवाई करनी चाहिए थी, न कि दुकानदारों के साथ इस तरह का व्यवहार करना चाहिए। नगर आयुक्त बोले- वीडियो देखी, रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी अयोध्या नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने कहा-मामले का वीडियो देखा है। इस घटना की पूरी जांच करवाई जा रही है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। सोमवार को जांच रिपोर्ट उनके पास आ जाएगी और उसके बाद ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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