मेरठ में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र लंबित मिलने पर भड़के पार्षद:एसडीएम सदर से की शिकायत, तहसील में हंगामा

मेरठ नगर निगम और सदर तहसील में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र समय पर जारी न होने को लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा कर दिया। पार्षद सदर तहसील पहुंचे तो वहां अगस्त 2024 तक के लंबित आवेदन देखकर भड़क उठे। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना सिफारिश या पैसे के प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। पार्षदों ने एसडीएम सदर डॉ. दीक्षा जोशी को फोन कर शिकायत की। महिला से मांगी रिश्वत
सदर तहसील में लाइन में लगी महिलाओं से पार्षदों ने बात की। जिसने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रही है। एक कर्मचारी ने पहले 1500 रुपये और फिर 500 रुपये मांगे, लेकिन उसने देने से इंकार कर दिया। पार्षदों का आरोप है कि निगम और तहसील में बिना पैसे या सिफारिश के कोई काम नहीं होता, फाइलें एक साल तक लंबित रखी जाती हैं। सालभर पुराने प्रमाण पत्र भी नहीं हुए जारी
भाजपा पार्षद संजय सैनी, पंकज गोयल, पवन चौधरी, रचित गुलाठी, विपिन जिंदल सहित अन्य पार्षद निगम परिसर पहुंचे। पार्षदों ने बताया कि एक साल पहले दिए गए प्रमाण पत्र आज तक जारी नहीं हुए। कर्मचारियों की लापरवाही और रिश्वतखोरी की वजह से आमजन परेशान हैं। इसके बाद पार्षद तहसील के रिकॉर्ड रूम में गए, जहां बड़े पैमाने पर लंबित फाइलें देखकर उन्होंने नाराजगी जताई। एसडीएम ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
पार्षदों की शिकायत पर एसडीएम सदर ने बुधवार को बैठक के लिए बुलाया है और जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया। वहीं निगम में रूके हुए जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र समय पर जारी न होने को लेकर अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार ने कहा कि लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। पारदर्शिता के साथ प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे है।

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