मिर्जापुर डीएम बोले- ‘कन्या बोझ नहीं, ईश्वर का वरदान’:बच्चों से लेकर बड़ों तक में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता

मिर्जापुर में मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में एक बैठक आयोजित की गई। डीएम पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और समाजसेवी संस्थाओं से जुड़ी महिलाओं व अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में डीएम ने कहा कि पुत्री के जन्म पर भी पुत्र के समान ही प्रसन्नता होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह समाज की मानसिकता में सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है। डीएम ने कहा, “कन्या बोझ नहीं, बल्कि ईश्वर का दिया हुआ वरदान है।” उन्होंने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ और मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बेटियों को सशक्त बनाने के प्रयासों का उल्लेख किया। जिलाधिकारी ने महिलाओं की सुरक्षा में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रात में असुरक्षित महसूस करने पर महिलाएं या बालिकाएं 112 नंबर पर कॉल कर सकती हैं, जिसके बाद पुलिस उन्हें सुरक्षित घर तक पहुंचाएगी। डीएम ने अपराधों की रोकथाम के लिए बच्चों से लेकर बड़ों तक में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज को महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि ‘नारी सुरक्षा, नारी स्वावलंबन और नारी सम्मान’ मिशन शक्ति अभियान के तीन प्रमुख स्तंभ हैं, जिन पर सामूहिक रूप से कार्य करना है। डीएम ने निर्देश दिए कि शासन की योजनाओं और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी पोस्टर और पैम्फलेट के माध्यम से प्रत्येक घर तक पहुंचाई जाए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर महिला को अपने अधिकारों और सुरक्षा उपायों की पूरी जानकारी हो। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक (नक्सल) मनीष कुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि सभी थानों में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर महिलाएं अपनी समस्याओं की जानकारी देकर त्वरित समाधान प्राप्त कर सकती हैं। इस दौरान बैठक में अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) विजेता, क्षेत्राधिकारी सदर अमर बहादुर, जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी, डॉ. मंजू यादव सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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