महोबा महिला अस्पताल को नहीं मिली फायर एनओसी:तकनीकी खामियों से अटकी प्रक्रिया, मरीजों की सुरक्षा खतरे में

महोबा जिला महिला अस्पताल का नवीन भवन वर्ष 2021 से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है, लेकिन इसे अब तक फायर विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं मिल सका है। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है और मरीजों की सुरक्षा को खतरे में डालती है। अस्पताल भवन के निर्माण के समय ही फायर सेफ्टी सिस्टम स्थापित किया गया था। परिसर में 25-25 हजार लीटर क्षमता की दो बड़ी पानी की टंकियां मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त, 42 कमरों में फायर अलार्म सिस्टम और 62 छोटे व 70 बड़े फायर सेफ्टी उपकरण भी लगाए गए हैं। इन व्यवस्थाओं के बावजूद अस्पताल को एनओसी नहीं मिली है। फायर विभाग द्वारा पूर्व में किए गए निरीक्षण में कई खामियां सामने आई थीं। जांच में पाया गया कि कुछ फायर अलार्म सिस्टम काम नहीं कर रहे थे, जबकि कुछ फायर हाइड्रेंट पॉइंट भी बंद थे। इन तकनीकी कमियों को दूर न किए जाने के कारण फायर विभाग ने एनओसी जारी नहीं की। अग्निशमन अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कई तकनीकी कमियां मिली थीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि फायर सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही जिले में फायर सेफ्टी चेकिंग अभियान चलाया जाएगा और जिन संस्थानों के पास एनओसी नहीं होगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह जिला महिला अस्पताल प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीजों को सेवाएं प्रदान करता है। ऐसे में फायर एनओसी का न होना न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि मरीजों और अस्पताल स्टाफ की सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा खतरा है। प्रशासन को इस गंभीर विषय पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

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