भाजपा नेता की दुकान बुलडोजर से गिरा दी:भावुक हो गए; SSP कार्यालय में धरने पर बैठे; बाद में सफाई दी-इंतजार करने को जमीन पर बैठ गया
भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य चिरंजीव चौरसिया की दुकान पर कुछ लोगों ने चुपके से बुलडोजर चला दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया था। इस मामले में केस दर्ज हो चुका है। आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा नेता एसएसपी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे थे। एसएसपी अभी कार्यालय नहीं पहुंचे थे इसलिए वह उनके इंतजार में जमीन पर बैठ गए। बाद में सीओ कोतवाली ओंकार दत्त त्रिपाठी ने उन्हें सहारा देकर उठाया और एसपी सिटी के कक्ष में ले गए। जहां उनसे बात हुई। मीडिया से बातचीत में बुलडोजर की बात पर वह भावुक हो गए। विरासत गलियारा में ही चिरंजीव चौरसिया की दुकान थी। यह दुकान वह 1980 से किराए पर संचालित कर रहे थे। गुरुवार की रात किसी ने बुलडोजर से दुकान गिरा दी। आसपास के लोगों ने समझा कि दुकान विरासत गलियारा में चौड़ीकरण के लिए गिराई गई होगी। लेकिन अगले दिन जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि दुकान न तो ठेकेदार ने गिराई है और न ही पीडब्ल्यूडी ने। चिरंजीव चौरसिया की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है।
अब जानिए भाजपा नेता ने क्या बताया
भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व गोरखपुर नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर चिरंजीव चौरसिया ने कहा कि वह और उनके छोटे भाई 1980 से किराए की दुकान में कार्य कर रहे थे। मुझे गायत्री देवी ने किराए पर दिया था। बाद में उनका लड़का जब बड़ा हुआ तो नशा करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि भूमाफिया ने उसे शराब पिला-पिलाकर अधमरा कर दिया। जब वह मरने की स्थिति में हो गया तो जमीन लिखवा ली। हालांकि गायत्री देवी के लड़के ने मुझसे भी 3 लाख रुपये लिए थे। दूसरे पक्ष को जमीन लिखने की बात उसी पक्ष ने बताई। मैंने आजतक कोई कागज नहीं देखा। मैंने बार-बार रजिस्ट्री का कागज मांगा, नहीं दिखाया
चिरंजीव चौरसिया ने कहा कि मैंने उनसे बार-बार रजिस्ट्री का कागज मांगा लेकिन उन्होंने नहीं दिखाया। दो दिन पहले उसे अपनी दुकान के पास देखकर मुझे शक हुआ था। इसलिए मैंने मंडलायुक्त को यह बात बताई। वह 15 व 16 सितंबर को अवकाश पर थे। मैंने ईमेल पर आवेदन भेज दिया। बाद में डीएम से मिला। उन्होंने एसडीएम की ड्यूटी लगा दी। उसके बाद मैं लखनऊ जाने की तैयारी कर रहा था। तभी शुक्रवार की सुबह 7 बजे सूचना मिली कि मेरी दुकान बुलडोजर से गिरा दिया गया। मेरी कभी कोई बात न तो कथित भूमाफिया से हुई और न ही गायत्री देवी के परिवार से। बहुत से सामान उठा ले जाया गया
मेरी दुकान से बहुत से सामान उठा ले जाया गया। इसमें दुर्गाबाड़ी पुलिस चौकी प्रभारी की सहमति के इतना बड़ा कदम कोई नहीं उठा सकता है। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। अब जानिए धरने की बात पर भाजपा नेता ने क्या कहा
भाजपा नेता से पूछा गया कि आप अपनी ही सरकार में धरने पर क्यों बैठ गए तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वह धरने पर नहीं बैठे थे। उन्हें 11 बजे एसएसपी ने बुलाया था। वह यहां आए तो एसएसपी नहीं पहुंचे थे। कुछ उत्साही कार्यकर्ताओं ने कहा कि यहीं बैठकर इंतजार करते हैं। हमलोग इंतजार करने के लिए जमीन पर बैठ गए थे। धरना नहीं दिया था। वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहा, मेरी दुकान पर बुलडोजर चलना पीड़ादायक है जब उनसे पूछा गया कि जो बुलडोजर माफिया पर चलता, उसे एक कथित माफिया ने आप की दुकान पर चला दिया? यह सवाल सुनकर भाजपा नेता भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि इसी बात की पीड़ा है। यह बहुत पीड़ादायक है। मैं इतने लंबे समय से भाजपा का कार्यकर्ता हूं। मेरे साथ कभी कोई विवाद नहीं जुड़ा रहा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। मेरा कब्जा बरकरार रहेगा और यथास्थिति कायम की जाएगी। भाजपा पार्षद व कार्यकर्ता आक्रोशित
इस घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ता व पार्षद आक्रोशित हैं। भाजपा के पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी उर्फ सोनू ने कहा कि हमारे पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी हैं। गोरखपुर के डिप्टी मेयर रहे हैं। उनकी दुकान को किसी ने बुलडोजर से गिरा दिया। प्रशासन मूक दर्शक बना देखता रह गया। एसएसपी कार्यालय पर कई पार्षद व भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे थे।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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