बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के निरीक्षण की खुली पोल:लखनऊ के मोहनलालगंज कस्तूरबा विद्यालय में नहीं दिखीं खामियां, उठ रहे सवाल
लखनऊ के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय (KGBV) का निरीक्षण करने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मौके पर खामियां नहीं दिखीं। स्कूल की वार्डन द्वारा छात्राओं के साथ मारपीट, टॉयलेट साफ कराने और उत्पीड़न का इन्हें पता नहीं चला। इन अधिकारियों की हर महीने प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड की गई निरीक्षण रिपोर्ट में सब बढ़िया पाया गया। अब छात्राओं के साथ मारपीट समेत दूसरे आरोप ने इन अधिकारियों के साप्ताहिक और मासिक निरीक्षण की पोल खोल दी है। डीएम के निर्देश पर मामले की जांच कर रही कमेटी को विभागीय अधिकारियों के निरीक्षण पर संदेह है। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने वर्ष 2025 में KGBV के निरीक्षण और छात्राओं की सहुलियत और सुरक्षा के लिए सख्त नियम और गाइड लाइन जारी की थी। नियमित निरीक्षण का शासनादेश है जारी 3 जनवरी 2025 को तत्कालीन प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. एमकेएस सुन्दरम ने लखनऊ समेत प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के निरीक्षण और सुरक्षा-संरक्षा का शासनादेश जारी किया था। इसमें विभागीय अधिकारियों के साप्ताहिक, मासिक और त्रैमासिक निरीक्षण से लेकर कई दिशा निर्देश दिये गए हैं। इन्हें नियमित निरीक्षण में नहीं दिखी खामी बीएसए, क्षेत्रीय खण्ड शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) ने खुजौली के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का नियमित निरीक्षण किया है। छात्राओं से बातचीत में उनकी शिकायतें सुनी, स्कूल में लगी बंद शिकायत पत्र पेटिका में डाली गए शिकायती पत्र देखे और सीसी कैमरे की फुटेज भी देखी, लेकिन इन्हें कोई खामी नहीं मिली। डॉयट, प्राचार्य और एडी बेसिक ने भी निरीक्षण किया है। इन अफसरों ने हर महीने पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट भेजी। समाधान दिवस में छात्राओं की शिकायत से मामला उजागर मोहनलालगंज तहसील में शनिवार को आयोजित समाधान दिवस पर अभिभावकों के साथ पहुंची छात्राओं की शिकायत सुनकर डीएम समेत दूसरे अधिकारियों के होश उड़ गए। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश जारी किये। इन्हें निरीक्षण में नहीं दिखी खामी
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