प्लेबैक सिंगर मोहम्मद इरफान ने अपने गीतों से बांधी समां:IIT कानपुर में देर रात तक उत्सव की दिखी धूम, साहित्य संगीत की बही गंगा
IIT कानपुर के आउटरीच सभागार में चल रहे साहित्यिक महोत्सव ‘अक्षर 2025’ का दूसरा दिन संगीत, नृत्य और साहित्य की रंगीन छटा से सराबोर रहा। शिवानी केंद्र, राजभाषा प्रकोष्ठ, अंतराग्नि, हिंदी साहित्य सभा और गाथा के संयुक्त रूप में आयोजित इस उत्सव की शुरुआत ‘ओपन माइक-उभरते सितारे’ कार्यक्रम से हुई, जिसमें आईआईटी के विद्यार्थियों और युवाओं ने अपनी रचनात्मकता से सभी का दिल जीत लिया। देर रात तक प्ले बैक सिंगर मोहम्मद इरफान के गानों पर आईआईटीयंस जमकर झूमे। एक के बार एक फिल्मी गीतों ने ऐसी समां बांधी की हर कोई झूमते नाचते हुए नजर आया। कविता और गीत से बांधा समां कार्यक्रम में दिव्या त्रिपाठी, भरत सोमैया, शिप्रा सिंह चौहान, जलज श्रीवास्तव, प्रतीप बिश्नोई, समृद्धि केशरी, कुंवर देवव्रत सिंह, छाया, संयम शर्मा सहित कई प्रतिभागियों ने कविता, गीत और कहानी पाठ से माहौल को जीवंत कर दिया। इसके बाद ‘बच्चों का कोना’ आयोजन में संस्थान के कर्मचारियों के बच्चों ने अपनी कलात्मक प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। गायन, नृत्य और कविता वाचन जैसी विधाओं में अविरल, नैतिक सिंह चौहान, अरात्रिका वर्मा, आव्या बाजपेई, सिमरन सिंघा, प्रिधि सोमैया, एकांत अग्रवाल, वैली ओमर, मान्या, अभिन्यान सिंह चौहान, छवि अग्रवाल, अविरल यादव, आदित्य पांत, प्रज्ञान वर्मा सहित अनेक बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया। कथक नृत्य देख सभी हुए भाव विभोर तीसरे सत्र में कथक नृत्यांगना अमृता भूषण एवं उनके शिष्यों ने उत्तर प्रदेश की लोककला पर आधारित मोहक कथक प्रस्तुति दी। वाराणसी के साहित्यकार व्योमेश शुक्ला ने अपने ‘रूपवाणी’ समूह के साथ जयशंकर प्रसाद की कालजयी रचना ‘कामायनी’ का नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इसके बाद, कोलकाता की प्रसिद्ध गायिका ईशा चक्रवर्ती ने अपने साथियों के साथ शास्त्रीय संगीत, भजन और गजलों की मनमोहक प्रस्तुति दी। उनकी गायकी ने सभागार में शांति और सुरों की मिठास भर दी। युसूफ खान निजामी ने सूफी संगीत से जीता दिल दिवस के समापन पर दिल्ली से आए सूफी गायक युसूफ खान निजामी ने सूफी संगीत की प्रस्तुति से पूरा सभागार भावविभोर कर दिया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का स्वागत किया और देर रात तक संगीत का आनंद लिया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. अर्क वर्मा ने बताया कि 11 अक्टूबर को उत्सव के तीसरे दिन ओपन एयर थिएटर में कवि सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें अजहर इकबाल, नरेश सक्सेना, व्योमेश शुक्ला समेत देश के कई प्रख्यात कवि अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे। पूरे कार्यक्रम का संचालन विश्वनाथ तिवारी ने किया।
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