नोएडा में मॉडलिंग का झांसा देकर 32 लाख ठगे:बच्चों के कपड़ों की ब्रांडिंग करनी थी, टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा; निवेश कराया

बच्चों के प्रोडक्ट की ब्रांडिंग के लिए मॉडलिंग करने का झांसा देकर एक महिला को साइबर ठगों ने 32 लाख रुपए ऐंठ लिए। पीड़िता को पहले रजिस्ट्रेशन कर कारोबारी कंपनियों में निवेश करने की जानकारी दी गई। पैसा निवेश करने के लिए एक प्लेटफार्म भी दिया गया। कहा गया कि जितना पैसा जमा करेंगी उतना वापस रिटर्न हो जाएगा। पीड़िता झांसे में आग गई। पहले उसने 17 लाख रुपए उनके खाते में दे दिए। इसी रकम को निकालने में उससे 100 प्रतिशत रुपए मांगे गए। पीड़िता ने फिर लगभग 15 लाख रुपए दे दिए। ठगों ने उससे दोबारा से 12 लाख रुपए टैक्स जमा करने के लिए कहा। इस पर पीड़िता को शक हुआ। उसने पैसे वापस मांगे तो ग्रुप से बाहर कर दिया गया। साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। सोशल मीडिया में देखा ऐड पुलिस को सेक्टर 79 में रहने वाली तबिंडा इमाम ने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में जॉब करती हैं। साथ में मॉडलिंग का भी करती हैं। उन्हें इसी साल 19 अगस्त सोशल मीडिया पर एक बॉल मॉडलिंग करने वाली एजेंसी का ऐड दिखा। जिस पर क्लिक पर महिला टेलीग्राम ग्रुप में पहुंच गई। वहां से उन्हें मैसेज पर बच्चों के प्रोडक्ट का मॉडलिंग करने की जानकारी दी गई। लेकिन इसके पहले प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी में रुपए निवेश करने के लिए कहा गया। वह सारी रकम पीड़ितों को कुछ दिन में वापस कर दिए जाएंगे। यह बात कही गई। पोर्टल पर कराया रजिस्ट्रेशन झांसे में आने के बाद उन्हें एक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया गया। इसके बाद 3 चरण को पूरा करने के लिए रुपए निवेश कराने की शुरुआत की गई। पीड़िता ने पहले 90 हजार रुपए और 3 चरण को पूरा कर 17 लाख 17 हजार 900 रुपए ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। यह रकम पोर्टल पर बिटकॉइन में निवेश की तरह दिखाई दी। पीड़िता ने ठगों से इस बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि आपका अकाउंट फ्रीज हो गया। इसके लिए फिर से जमा की राशि का 100 प्रतिशत रकम देने होंगे। तभी खाता चालू होगा। ठगों ने फिर मांगे 12 लाख पीड़िता ने फिर से लगभग 15 लाख रुपए और कुल 32 लाख 17 हजार 800 रुपए ठगों के खाते में भेजे। वहीं इसके बाद भी ठगों ने पीड़िता की रकम को खाते में ट्रांसफर नहीं किए बल्कि उनसे तीसरी बार 12 लाख 80 हजार रुपए टैक्स जमा करने की जानकारी दी गई। महिला ने और रुपए नहीं होने की बात कही तो उसे ग्रुप से बाहर कर दिया गया। मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर रकम ट्रांसफर हुए अकाउंट के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

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