धर्म स्वतंत्रता कानून पूरे देश में लागू करने की मांग:रामपुर में वाल्मीकि धर्म समाज ने किया प्रदर्शन

रामपुर में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) के तत्वावधान में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धर्म स्वतंत्रता कानून को पूरे देश में लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता अम्बेडकर पार्क में एकत्रित हुए और जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च किया। भावाधस के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री दीप सिंह राही के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा, जिसमें अपनी मांगें रखीं। ज्ञापन में दीप सिंह राही ने बताया कि उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में धर्मान्तरण रोकने के लिए धर्म स्वतंत्रता कानून लागू हैं। यह कानून सभी को अपने धर्म में आस्था रखने की स्वतंत्रता देता है, लेकिन छल-कपट, लोभ-लालच या ‘लव जिहाद’ के नाम पर धर्मान्तरण को गैरकानूनी और दंडनीय अपराध मानता है। राही ने आरोप लगाया कि कुछ ‘देश विरोधी’ और ‘विधर्मी ताकतें’ जो हिंदू संस्कृति को विघटित करना चाहती हैं, वे इस कानून से परेशान होकर सुप्रीम कोर्ट में इसे रोकने की मांग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरी और मुस्लिम जमातें दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का छल-कपट और ‘लव जिहाद’ के जरिए धर्मान्तरण करा रही हैं। भावाधस ने मांग की कि धर्म स्वतंत्रता कानून को पूरे देश में कड़ाई से लागू किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी मांग की कि धर्मान्तरण कर चुके लोगों की जांच कराकर उन्हें आरक्षण के लाभ से वंचित किया जाए। इस धरना प्रदर्शन में भावाधस के राष्ट्रीय संचालक दीप लव, प्रदेश सचिव प्रेम नरेश वाल्मीकि, जिला अध्यक्ष अनिल राज वाल्मीकि और विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अमरनाथ वाल्मीकि सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/Ut1qozu