डॉ. सौमित्र चक्रवर्ती की तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी शुरू:40 से अधिक मौलिक ऑयल पेंटिंग्स और डिजिटल आर्ट प्रदर्शित
लखनऊ अलीगंज स्थित कला स्रोत आर्ट गैलरी में तीन दिवसीय एकल कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। चिकित्सक और कलाकार डॉ. सौमित्र चक्रवर्ती की इस प्रदर्शनी का थीम ‘व्हिस्पर्स ऑफ कैथार्सिस: एन इंटीमेट जर्नी थ्रू आर्ट’ रखा गया। प्रदर्शनी में एकांत, संवेदनशीलता और मानवीय जुड़ाव की गहरी अभिव्यक्तियों को उकेरा गया। डॉ. चक्रवर्ती की 40 से अधिक मौलिक ऑयल पेंटिंग्स, चयनित डिजिटल आर्ट और बेटी हिया चक्रवर्ती संग तैयार की गई सहयोगी रचनाएँ प्रदर्शनी का हिस्सा रहीं। चिकित्सक और शिक्षक होने के बावजूद, वे बचपन से ही चित्रकला और फोटोग्राफी से जुड़े रहे हैं। उन्होंने अपनी कला को औपचारिक तकनीकों से अलग रंग, आकार और भावनाओं के आत्मिक संवाद के रूप में विकसित किया। स्मृतियों और अस्तित्व की धारा का प्रतीक दर्शकों को मिस्टिक रिवर सीरीज़, वॉक अलोन ट्रिलॉजी और ट्री ऑफ लाइफ जैसी लोकप्रिय कृतियाँ देखने को मिलीं। मिस्टिक रिवर स्मृतियों और अस्तित्व की धारा का प्रतीक है, वॉक अलोन ट्रिलॉजी, टैगोर की प्रेरणा से बनी, जबकि ट्री ऑफ लाइफ,आशा और पुनर्जन्म का संदेश देती है। इनमें कैथार्सिस, उदासी, उल्लास और जीवन का आनंद झलकता है। नई पीढ़ी की संवेदनशीलता और रचनात्मकता को दिखाया प्रदर्शनी का विशेष आकर्षण हिया चक्रवर्ती की रचनाएँ रहीं, जो नई पीढ़ी की संवेदनशीलता और रचनात्मकता को दर्शाती हैं। वर्तमान में डॉ. सौमित्र चक्रवर्ती टी.एस मिश्रा मेडिकल कॉलेज, लखनऊ में बायोकैमिस्ट्री के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी कला प्रस्तुत कर चुके हैं। उनकी कला यात्रा परिवार, मित्रों, सहयोगियों, शिक्षकों और पालतू कुत्तों से प्रेरित है। यह प्रदर्शनी दर्शकों के लिए आत्ममंथन और भावनात्मक जुड़ाव का अवसर बनी।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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