जौनपुर में गोमती पुलों पर बढ़ रही दुर्घटनाएं:विधायक रागिनी सोनकर ने SDRF/NDRF की स्थायी उपलब्धता मांगी
जौनपुर की मछलीशहर से सपा विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र से मुलाकात कर गोमती नदी के पुलों पर बढ़ती दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने जिले में बचाव दलों (SDRF/NDRF) की स्थायी उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की। विधायक सोनकर ने हाल ही में 22 वर्षीय नमन सोनकर की मृत्यु का हवाला दिया, जो गोमती नदी में गिरने के बाद समय पर बचावकर्मी न मिलने के कारण हुई। इस घटना ने जिले में बचाव और सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ और वाराणसी जैसे जिलों में प्रमुख नदी पुलों पर सुरक्षा के लिए उचित घेराबंदी (फेंसिंग) की व्यवस्था है, जिससे दुर्घटनाएं कम हुई हैं। हालांकि, जौनपुर में अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। पुलिस विभाग भी इस संबंध में एक पत्र भेज चुका है। नमन सोनकर की घटना ने बचाव दलों की तत्काल उपलब्धता की कमी को भी सामने लाया। नदी में गिरने के बाद समय पर बचावकर्मी न मिलने के कारण नमन को बचाया नहीं जा सका, और शव को खोजने में भी 30 घंटे से अधिक का समय लगा। विधायक ने गोमती नदी के सभी प्रमुख पुलों पर शीघ्र फेंसिंग और सुरक्षा प्रावधानों की व्यवस्था के लिए सर्वेक्षण कर लागत का अनुमान तैयार करने और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने नमन सोनकर के परिजनों को शासन की ओर से उचित मुआवजा और सहायता राशि प्रदान करने की भी अपील की। उन्होंने राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भेजने का भी अनुरोध किया, जिसमें जिले में ऐसी दुर्घटनाओं से निपटने के लिए SDRF/NDRF की स्थायी या त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की जाए। इसका उद्देश्य भविष्य में त्वरित राहत और बचाव कार्य संभव बनाना और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए एक स्थायी एवं समग्र कार्य योजना तैयार करना है।
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