गोरखपुर में यात्रियों से लिया जाएगा फीडबैक:व्यवस्था में होगा सुधार, स्टेशन पर ‘नो-प्लास्टिक अभियान’ शुरू

अब रेलवे स्टेशन यात्रियों की जरूरत और सुझाव के हिसाब से विकसित किए जाएंगे। यात्रियों को बेहतर सुविधाएं, साफ-सफाई और आरामदायक माहौल देने के लिए रेलवे ने एक नई पहल ‘अमृत संवाद’ शुरू की है। इस अभियान के तहत रेलवे अधिकारी सीधे यात्रियों से बात करेंगे, उनकी राय जानेंगे और सुझावों पर अमल करने की कोशिश करेंगे। यह अभियान गोरखपुर समेत पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख स्टेशनों पर चलाया जाएगा। अधिकारी स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों के साथ-साथ आसपास रहने वाले लोगों से भी संवाद करेंगे। वे स्टेशन की मौजूदा सुविधाओं के बारे में बताएंगे और यह भी पूछेंगे कि यात्रियों को और क्या सुविधाएं चाहिए। यात्रियों के सुझावों को मंडल, जोन और रेलवे बोर्ड तक भेजा जाएगा ताकि उन पर चर्चा कर सुधार किए जा सकें। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर शुरू हुए इस अभियान का मकसद है कि स्टेशन और यात्राएं दोनों यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक और स्वच्छ बनें। स्वच्छता पर खास ध्यान इस पहल को ‘स्वच्छता ही सेवा पखवारा’ अभियान से भी जोड़ा गया है। इसके तहत रेलवे स्टेशन और कॉलोनियों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जो स्टेशन और कॉलोनियां सबसे स्वच्छ होंगी, उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक उदय बोरवणकर ने ‘रेलवे में नो प्लास्टिक’ अभियान भी शुरू किया है। इसके तहत रेलवे स्टेशन और उसके आस-पास के क्षेत्रों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ स्टेशन और कॉलोनी का चयन करें और उन्हें सम्मानित करें ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हों। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इसके अंतर्गत लोगों को स्वच्छता के प्रति अवेयर करना है। ‘अमृत संवाद’ अभियान के माध्यम से रेलवे सीधे जनता से संवाद करेगी। जिसमें उनके फीडबैक पर काम करके उनको उनके सुविधा के अनुसार सेवा दिया जाएगा। यह आयोजन रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के साथ होगा। जिसमें आस पास के लोग भी होंगे। उनको सफाई के लिए जागरूक किया जाएगा। जिसके स्वच्छता मिशन में वो लोग भी योगदान दे सकें। ट्रेन के अंदर, प्लेटफॉर्म और कालोनी में स्वच्छता पर जोर दिया गया जाएगा।

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