गोरखपुर ब्यूटी पार्लर की आड़ में चलती थी प्रार्थना-सभा:इलाहिया शक्ति देने की दी लालच, मोबाइल से खुला धर्मांतरण का राज

गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र में धर्मांतरण के आरोप में जेल भेजी गई ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव मध्यप्रदेश (एमपी) के एक शख्स के संपर्क में थी। संचालिका का कॉल डिटेल निकलवाने पर पता चला है कि वह एमपी के शख्स से 2 माह में करीब 60 बार बात की थी। ऐसा माना जा रहा है कि धर्मांतरण की गतिविधियों के पीछे एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा है। एमपी के शख्स के इशारे पर ही संचालिका घर पर प्रार्थना सभा लगाती थी। ब्यूटी पार्लर की आड़ में आसपास की महिलाओं से संपर्क करती और उन्हें चमत्कार व इलाहिया (ईश्वरीय) शक्ति का लालच देकर धीरे-धीरे अपने प्रभाव में लेती थी। पार्लर में आने वाली महिलाओं को वह विशेष प्रार्थना सभाओं में बुलाती और ब्रेनवॉश का काम करती थी। इसका खुलास पुलिस की जांच में हुआ। पुलिस को एक वीडियो भी मिला है। जिसे पुलिस ने जांच में शामिल किया है। धर्मांतरण कराने की कोशिश के मामले में सहजनवां पुलिस ने बीते 29 सितंबर को क्षेत्र की लक्ष्मी यादव और रोशनी को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था। तलाशी के दौरान पुलिस ने उनके पास से धर्मांतरण सबंधी संपूर्ण बाइबिल, एक पुस्तिका, दो पवित्र बाइबल, एक शुभ समाचार पुस्तिका, एक मसीही गीत पुस्तक और एक प्रभु की अनमोल सहायता पाकेट पुस्तिका बरामद किया था। इसके अलावा पुलिस को मौके से एक एंड्रॉयड मोबाइल भी मिला, जिसमे धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले थे। महिलाओं ने किया था हंगामा बीते रविवार सुबह लक्ष्मी अपने घर में महिलाओं को प्नार्थना करा रही थीं, तभी विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंचकर हंगामा करने लगे। तब घर से लक्ष्मी के साथ बाहर निकली महिलाएं भी पदाधिकारियों से उलझ गईं। तभी नेताओं ने सहजनवां पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस के आने के बाद भी वहां हंगामा होता रहा। इसके बाद पुलिस लक्ष्मी को थाने ले गई। पीछे-पीछे महिलाएं भी थाने पहुंच गईं। थाने पर भी कहासुनी होती रही। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझाकर माहौल शांत कराया। घर में ही बना दिया चर्च आरोपी लक्ष्मी ने अपने घर को चर्च की तरह बना रखा था। घर के एक हॉल में डायस (मंच) तैयार किया गया था। जिसमें माइक लगा हुआ था। यहीं महिलाओं को बैठाकर उनसे प्रार्थना कराई जाती थी। छापेमारी में मौके से कई धार्मिक किताबें और बाइबल बरामद की गई हैं। महिलाओं को यह कहकर प्रभावित किया जाता था कि उन्हें प्रार्थना से विशेष शक्ति और अलौकिक आशीर्वाद मिलेगा। वहीं संतकबीर नगर के विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सौरभ जायसवाल का कहना है कि जब वे घर में घुसे तो वहां कई महिलाएं प्रार्थना कर रही थीं। जिन्हें आरोपी महिलाएं लंबे समय से वहां मौजूद महिलाओं को मानसिक रूप से प्रभावित कर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया जा रहा था। इस संबंध मेंं एसपी उत्तरी ने कहा- मामले की गहनता से जांच की जा रही है। प्रार्थना से संबंधित कुछ वीडियो फुटेज भी हासिल हुए हैं। जिसे जांच में शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब विस्तार से पढ़ें पूरा मामला ‘बाइबल पढ़ो सारी बीमारियां खत्म हो जाएंगी। तुमने जितना भी कष्ट अपनी जिंदगी में झेला है। एक ही झटके में खत्म हो जाएगा। एक नए जीवन का एहसास करोगे। ऊपर वाले ने एक ही जीवन दिया है। इसलिए अपनी झोली में कष्ट नहीं, सुख डालो। यह सब तुम तब कर पाओगे, जब सच्चे ईश्वर को समझ पाओगे…।’ कुछ इस तरह गोरखपुर में धर्मांतरण का बड़ा खेल चल रहा था। यहां के सहजनवां क्षेत्र स्थित एक घर में गरीब परिवार की महिलाओं और पुरुषों का ब्रेनवॉश किया जा रहा था। एक ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला इस काम काे अंजाम दे रही थी। वह रूमाल रखकर बीमारी दूर करने का भी दावा करती थी। जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ। उसके साथ एक और महिला को घर से ही गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेजा गया। आरोपी महिलाओं की पहचान पास के ही भगौरा गांव की ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव और रोशनी के रूप में हुई। दरअसल, गांव के लोगों ने परेशान होकर धर्मांतरण की शिकायत संतकबीर नगर के विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सौरभ जायसवाल से की। सौरभ ने रविवार को सहजनवां थाने में केस दर्ज कराया। लक्ष्मी और 5 अज्ञात को नामजद किया। फिर पुलिस ने सोमवार को रेड कर लक्ष्मी और रोशनी की गिरफ्तारी की। धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले
29 सितंबर को गिरफ्तारी के दौरान पुलिस की छापेमारी के दौरान घर से चीजें बरामद की गई थीं। इनमें धर्मांतरण सबंधी संपूर्ण बाइबिल, एक पुस्तिका, दो पवित्र बाइबल, एक शुभ समाचार पुस्तिका, एक मसीही गीत पुस्तक और एक प्रभु की अनमोल सहायता पाकेट पुस्तिका शामिल है। इसके अलावा एक पुरानी डायरी और किताब भी मिली थी, जिस पर हिंदी-अंग्रेजी में कई तंत्र लिखे हुए थे। पुलिस को एक रूमाल भी मिला था, जिसे बीमार लोगों पर रखते ही बीमारियां दूर करने का दावा किया जाता था। मौके से एक एंड्रॉयड मोबाइल भी मिला, जिसमे धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले हैं। लक्ष्मी ही पादरी थी, वो गाती थी, अन्य लोग उसकी बातें दोहराते थे इससे यह पता चला है कि लक्ष्मी यादव यूट्यूब देखकर धर्म के बारे में अहम जानकारी एकत्रित करती थी। यूट्यूब से ही सीखकर वह प्रार्थना कराने लगी थी। जबकि, चर्च में बाकायदा इसके लिए पादरी नियुक्त किए जाते हैं। यहां पर लक्ष्मी ही पादरी थी। लक्ष्मी प्रार्थना सभा में गाती थी। उसकी बातें अन्य लोग दोहराते थे। पुलिस को उसके मोबाइल से कई नंबर मिले। इससे यह पता चला है कि कई और जिलों में भी लक्ष्मी का आना जाना था। पुलिस इस बारे में जांच कर और जानकारी जुटा रही है। इस नेटवर्क से और कौन-कौन जुड़ा है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। नौकरी और पैसे दिलाने का भी किया दावा
लक्ष्मी घर पर ब्यूटी पार्लर के साथ सिलाई सिखाने का भी काम करती थी। वह दावा करती थी कि जो वह बोलती जाए, वही काम सारे लोग करें तो सारे कष्ट खत्म हो जाएंगे। उसके घर पर ज्यादातर गांव की गरीब महिलाएं आती थीं। उन्हें नौकरी और पैसे का भी लालच दिया जाता था। लक्ष्मी की 8 साल की बेटी भी है। घर में पति वीरेंद्र यादव भी रहता है। लक्ष्मी की आदतों की वजह वह उससे मतलब नहीं रखता है। लक्ष्मी ने छोड़ दिया पूजा-पाठ, प्रार्थना करती है
पुलिस की पूछताछ में लक्ष्मी ने बताया- मुझे 5 साल पहले पथरी की शिकायत हो गई थी। काफी दर्द से परेशान रहती थी। बहुत इलाज कराया, लेकिन ठीक नहीं हुआ। तब किसी के बताने पर बहराइच इलाज कराने गई। वहां मुझे एक किताब दी गई। बोला गया- इसे पढ़ो, रोज प्रार्थना करो, सब ठीक हो जाएगा। मैंने उस किताब और धर्म के बारे में इंटरनेट पर सर्च कर और जानकारी हासिल की। मुझे प्रार्थना करने पर फायदा होने लगा। इसके बाद में रोज ऐसा करने लगी। गांव वालों के लिए भी प्रार्थना कराने लगी। इसके लिए हर रविवार को स्पेशल प्रार्थना का आयोजन करने लगी। रविवार को हिंदू संगठन ने किया हंगामा
इससे पहले, रविवार सुबह को लक्ष्मी के घर पर प्रार्थना सभा की सूचना पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंच गए, हंगामा करने लगे। तब घर से लक्ष्मी के साथ बाहर निकली महिलाएं भी पदाधिकारियों से उलझ गईं। तभी नेताओं ने सहजनवां पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस के आने के बाद भी वहां हंगामा होता रहा। इसके बाद पुलिस लक्ष्मी को थाने ले गई। पीछे-पीछे महिलाएं भी थाने पहुंच गईं। थाने पर भी कहासुनी होती रही। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझाकर माहौल शांत कराया। पदाधिकारी सौरभ जायसवाल ने तहरीर दी। तब पुलिस ने जांच कर मुकदमा लिखा। इसके बाद लक्ष्मी और रोशनी की गिरफ्तारी की गई। अब उनके नेटवर्क पुलिस खंगाल रही है।

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