कुएं से 27 घंटे बाद निकाल सके शव:पुरामुफ्ती में ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, लगाया जाम, रेस्क्यू के लिए वाराणसी से बुलानी पड़ी एनडीआरफ
प्रयागराज के पूरामुफ्ती स्थित जनका गांव में मंगलवार को कुएं में गिरे युवक का शव करीब 27 घंटे बाद निकाला जा सका। देरी पर ग्रामीणों और परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने सड़क जाम कर हंगामा किया। हालत यह हुए की वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम को बुलाना पड़ा और तब जाकर रेस्क्यू किया जा सका। शरीफा की पत्ती तोड़ते वक्त हादसा कौशांबी जिले के रूपनारायण का पूरा गांव निवासी 30 वर्षीय शिवकरन मुंबई में जींस सिलाई का काम करता था। पिता के निधन के बाद पंद्रह दिन पहले ही गांव आया था। मंगलवार को वह भाभी को इलाज कराने के बाद लौट रहा था। इसी दौरान जनका गांव के पास शरीफा की पत्ती तोड़ते वक्त पैर फिसलने से वह कुएं में गिर गया। रात तक नाकाम रही पुलिस और फायर ब्रिगेड भाभी ने शोर मचाया तो गांव वाले जुट गए और इसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा, लेकिन सफलता नहीं मिली। कुएं में गिरे शिवकरन को बाहर नहीं निकाला जा सका। गुस्साए ग्रामीणों ने किया चक्काजाम बुधवार सुबह तक शव न निकलने पर परिजन और ग्रामीण नाराज हो गए। उन्होंने सड़क जाम कर विरोध जताया। हंगामा बढ़ने पर कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर शांत कराया। एनडीआरएफ ने निकाला शव अंततः वाराणसी से बुलाई गई एनडीआरएफ टीम ने दोपहर में विशेष उपकरणों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस अफसरों का कहना है… एसीपी धूमनगंज अजेंद्र यादव ने बताया कि युवक की मौत कुएं में गिरने से हुई थी। नाराज परिजनों को समझाकर शांत कराया गया। कुआं 110 फीट गहरा था और उसमें गैस भी बन गई थी। रेस्क्यू में इसी के चलते देरी हुई।
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