कार में सवार थे 7 दोस्त, 2 उतर गए थे:देर रात तक सभी ने की थी जन्मदिन की पार्टी, अलीगढ़ आते समय हुए हादसे का शिकार

अलीगढ़ के अकराबाद में गोपी पुल के ऊपर मंगलवार सुबह हुए सड़क हादसे में 5 मौते हुई। इसमें 4 मृतक दोस्त थे, जो कार में सवार थे। जबकि एक मृतक कैंटर चालक था, जिससे कार टकराई थी। हादसे में जलकर खाक होने वाली कार में 7 दोस्त सवार थे। इन सभी ने देर रात तक अपने दोस्त की जन्मदिन पार्टी मनाई थी। इसके बाद सभी ने अलीगढ़ की ओर आने का प्लान बनाया था। लेकिन आधे रास्ते में भी दो दोस्त कार से उतरकर अपने घर चले गए थे। जिसके बाद पांचों युवा अलीगढ़ की ओर निकल पड़े थे। जिसके बाद मंगलवार सुबह 5:30 बजे यह सभी हादसे का शिकार हो गए। बर्थ-डे ब्वाय चला गया था अपने घर अकराबाद में कार का टायर फटने के कारण हुए सड़क हादसे में हाथरस के सिकंदराराउ निवासी चार दोस्तों की मौत हो गई। जबकि इनके साथ मौजूद एक युवक गंभीर घायल है। हादसे में अतुल पुत्र देवेंद्र, देव पुत्र संजय, हर्षित पुत्र अखिलेश, मयंक पुत्र कुशलपाल की मौत हो गई। अतुल की मौसी का बेटा सुमित घायल है। यह सभी सोमवार रात को अपने एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी मना रहे थे। इनके ही एक साथी गुल्फेज उर्फ गुल्ला का सोमवार को जन्मदिन था। जिसकी जन्मदिन पार्टी में सभी शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि कुछ ने इसमें एल्कोहल भी पी थी। जिसके बाद सभी कार में सवार होकर शहर में घूम रहे थे। लेकिन रात में गुल्ला और साथ में मौजूद एक अन्य युवक अपने घर लौट गए थे। देर रात 2:30 बजे पुलिस ने रोका था युवकों की मौत की सूचना पर बड़ी संख्या में युवक अलीगढ़ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने बताया कि देर रात तक दोस्त की जन्मदिन पार्टी चल रही थी। जिसके बाद धीरे-धीरे सभी लड़के अपने घर चले गए थे। आखिरी में कार सवार पांचों युवक, बर्थ-डे ब्वाय व एक अन्य युवक वहां बचे थे। बाद में गुल्ला व उनका एक साथी भी कार से उतरकर अपने घर चले गए। जिसके बाद पांचों इलाके में कार से घूम रहे थे। देर रात लगभग 2-2:30 बजे पांचों युवकों को सिकंदराराउ में पुलिस पिकेट ने रोका था और उनके वाहन की तलाशी ली थी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें सीधे घर जाने की हिदायत दी थी। लेकिन युवक घर जाने के बजाय अलीगढ़ की ओर चल पड़े। अलीगढ़ की ओर आने की वजह स्पष्ट नहीं कार सवार युवक अलीगढ़ की ओर क्यों आ रहे थे, यह वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। वह अलीगढ़ ही आ रहे थे या फिर अलीगढ़ से होते हुए दिल्ली या नोएडा की ओर जा रहे थे, यह भी कंफर्म नहीं हो सका है। युवकों के साथ आ रहा सुमित का इलाज अस्पताल में जारी है। माना जा रहा है कि सुमित के होश में आने और उससे बात होने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर हादसा की सही वजह क्या रही। इसके साथ ही पांचों दोस्त सिकंदराराउ से देर रात अलीगढ़ की ओर क्यों आ रहे थे। हालांकि पुलिस अभी सारे मामले की जांच में जुटी हुई है। चीखते चिल्लाते रहे सभी, देखते रहे लोग गोपी पुल के ऊपर जब हादसा हुआ और कार की कैंटर से भिड़ंत हुई तो वाहनों में आग नहीं लगी थी। हालांकि भीषण टक्कर के कारण दोनों वाहनों में सवार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तभी वहां से गुजर रहे इलाके के एक सत्यभान ने उनकी मदद की। सत्यभान ने तेजी से मौके पर पहुंचकर सुमित को कार से बाहर निकालकर दूर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। लेकिन जैसे ही वह दूसरे घायलों की मदद करने पहुंचा तो कार में तेज धमाके के साथ आग लग गई। आग काफी भीषड़ थी, जिसके कारण वह दूसरे घायलों को बाहर नहीं निकाल सका और सभी की दर्दनाक मौत हो गई। कैंटर चालक कहता रहा, पैर काटकर निकाल लो प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब कैंटर और कार की भिड़ंत हुई तो उसमें कैंटर चालक राजेश का पैर कैंटर के नीचे दब गया था। जिस कारण वह कैंटर से दूर नहीं जा पा रहा था और वाहनों के नीचे दबा था। जब आग लगी तो सभी मदर के लिए चीख चिल्ला रहे थे। कैंटर चालक का पैर वाहनों के नीचे दबा था और वह चिल्ला रहा था कि कोई उसे बाहर निकाल ले। उसका पैर दबा था, इसलिए वह कह रहा था कि मेरा पैर काटकर मुझे बाहर निकाल तो, जिससे उसकी जान तो बच जाएगी। लेकिन भीषण आग के कारण लोग उनकी मदद नहीं कर पा रहे थे। देखते ही देखते सभी की दर्दनाक मौत हो गई। घर का एकलौता चिराग था देव हादसे में जान गंवाने वाला देव अपने परिवार का एकलौता बेटा था। उसके पिता संजय शर्मा भाजपा के कार्यकर्ता हैं और बड़ी बहन तान्या भी अभी पढ़ाई कर रही है। वहीं मृतक अतुल तीन भाई बहनों में सबसे बड़ा था। उसके पिता देवेंद्र ढ़ाबा चलाते हैं और उसे ढ़ाबे में ही छोड़कर निकले थे। फिर वह दोस्तों के साथ निकल पड़ा। वहीं मृतक हर्षित महेश्वरी अपने तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था। उसके पिता की इलाके में मिठाई की दुकान है। जब वह घर से निकल रहा था तो बड़ी बहन ने उसे रोका था। जिसके बाद वह जल्दी लौटने की बात कहकर घर से निकला था। वहीं कैंटर चालक राजेश के परिवार में उसकी पत्नी, बेटी और बेटा हैं। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। सीएम योगी ने लिया घटना का संज्ञान अलीगढ़ में भीषण हादसा होने की जानकारी मिलते ही सूबे के मुखिया ने जिले के आलाधिकारियों से घटना की जानकारी ली। उन्होंने मृतकों की मौत पर संवेदना जतार्इ और अधिकारियों को निर्देश दिए कि घायल के इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर