कानपुर में जल-भराव, पार्षद सीवर के पानी में उतरीं:जलकल अधिकारी को भी उतारा, बोलीं – समस्या नहीं हुआ तो बिस्तर लगाकर धरना दूंगी
कानपुर के जूही थाना क्षेत्र के अंतर्गत जूही बम्बुरहिया इलाके में सीवर का जलभराव गलियों में होने का विरोध पार्षद ने किया। जिसके बाद वहां जलकल विभाग के XEN पहुंचे तो महिला पार्षद सीवर के जल भराव में उन्हें भी ले गई। जनता के विरोध को देखते हुए ,उन्होंने जलकल के अधिकारी को 48 घंटे के भीतर समस्या के निस्तारण कराए जाने की चेतावनी दी।
शहर के जुही बम्बुरहिया क्षेत्र में मेट्रो निर्माण के कारण 25 मई से जारी जल-भराव और सीवर समस्या को लेकर स्थानीय पार्षद शालू सुनील कनौजिया ने जलकल जोन 3 के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार के साथ मौके का निरीक्षण किया। इस दौरान क्षेत्रीय जनता ने नरकीय जीवन जीने को मजबूर होने का आरोप लगाते हुए मेट्रो और जलकल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जनता के आक्रोश को देखते हुए और समस्या की गंभीरता को महसूस करने के लिए पार्षद शालू सुनील कनौजिया सीवर के पानी में उतर गईं। उनके साथ अधिशासी अभियंता अनिल कुमार को भी सीवर भराव के बीच ले गई , पार्षद ने अभियंता से कहा कि पिछले तीन साल से मेट्रो के कारण यह समस्या बनी हुई है।पार्षद के प्रयासों और जनता के आंदोलन के बाद नई सीवर लाइन डाली गई थी, लेकिन एक महीने बाद ही समस्या फिर शुरू हो गई। पिछले चार माह से जुही बम्बुरहिया की जनता लगातार सीवर भराव झेल रही है, जिससे दर्जनों लोग बीमार हो चुके हैं। कई लोगों के पैरों में गंदे पानी में चलने के कारण घाव हो गए हैं।पार्षद कनौजिया ने अधिशासी अभियंता को बताया कि मेट्रो ने समस्या उत्पन्न की है, लेकिन सीवर संचालन का काम जलकल विभाग का है। जनता सीवर पानी का टैक्स जलकल को देती है, इसलिए जलकल की जिम्मेदारी है कि वह मेट्रो से इस कार्य को ठीक करवाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे में समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वह 200 घंटे तक वहीं सीवर के बीच बिस्तर लगाकर धरना देंगी।
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