कर्मचारी चयन आयोग नकल ट्रैकिंग सिस्टम करेगा विकसित:क्षेत्रीय निदेशक बोले- सिस्टम कंप्यूटर स्वत देगा अलर्ट

कर्मचारी चयन आयोग ने नकल माफिया पर लगाम कसने के लिए भर्ती परीक्षाओं में आवेदन चरण से ही अभ्यर्थियों पर नजर रखने की नई रणनीति तैयार की है। अब यदि किसी जिले में दूसरे राज्यों के बड़ी संख्या में उम्मीदवार परीक्षा केंद्र मांगते हैं या कोई अभ्यर्थी दूर के राज्य का केंद्र चुनता है तो आयोग का सिस्टम तुरंत अलर्ट करेगा। आवेदन से ही बढ़ेगी निगरानी आयोग उम्मीदवारों से आवेदन करते समय परीक्षा केंद्र के लिए तीन जिलों का विकल्प मांगता है। सामान्यतः इन्हीं से केंद्र आवंटित किया जाता है, लेकिन कई बार देखा गया है कि बड़ी संख्या में दूर-दराज के राज्यों के जिलों की मांग होती है। हाल में तो ऐसे मामले भी मिले हैं जहां पहले यूपी के जिलों का विकल्प भरने वाले अभ्यर्थियों ने अचानक दक्षिण भारत या गुजरात के शहरों को चुन लिया। यह नकल सिंडिकेट के सक्रिय होने और ऑनलाइन सेंधमारी की आशंका बढ़ाता है। कंट्रोल रूम से होगा अलर्ट क्षेत्रीय निदेशक आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक आयोग के पास अब सभी अभ्यर्थियों का पूरा रिकॉर्ड है—उन्होंने कब और किस भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया था। एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिससे किसी जिले में परीक्षा केंद्र मांगने वाले दूर के राज्यों के अभ्यर्थियों की सूची तुरंत कंट्रोल रूम में सामने आ जाएगी और कंप्यूटर स्वतः अलर्ट जारी करेगा। परीक्षा के दौरान भी रहेंगे रडार पर अलर्ट मिलते ही संबंधित जिलों और परीक्षा केंद्रों को चेतावनी दी जाएगी। संदिग्ध उम्मीदवारों के कंप्यूटर को निगरानी सूची में रखा जाएगा और उनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी। यह व्यवस्था आगामी सभी भर्तियों में लागू की जाएगी, ताकि आवेदन से लेकर परीक्षा तक नकल माफिया की कोई गुंजाइश न रहे।

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