कंबोडिया में बंधक बनाकर कराया साइबर क्राइम:आगरा लौटे दो युवकों ने दर्ज कराई शिकायत, एजेंट तलाश रही पुलिस
आगरा के दो युवकों ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें कंबोडिया में बंधक बनाकर साइबर अपराध करने के लिए मजबूर किया गया। इन युवकों का आरोप है कि अगर कोई वापस लौटना चाहता है तो उससे लाखों रुपए की फिरौती मांगी जाती है। एजेंट के जरिए नौकरी करने गए थे कंबोडिया हाथरस जिले के चिरावली, मई गांव निवासी सौरभ ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया है। सौरभ ने बताया कि उसके नाना मलपुरा के नगला कारे गांव में रहते हैं। सौरभ और उसके भाई अभिज्ञान ने पिछले वर्ष नवंबर में विदेश में नौकरी के लिए अजय शुक्ला नाम के एक व्यक्ति से संपर्क किया था। अजय शुक्ला ने उन्हें बैंकॉक के रास्ते कंबोडिया भेजा, जहां वे एक कंपनी में पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्हें बंधक बना लिया गया। कंपनी में पहले से ही कई भारतीय युवक बंधक थे, जिनसे जबरन साइबर अपराध कराया जा रहा था। साइबर ठगी के हथकंडे युवकों के अनुसार उनसे डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग और अन्य साइबर क्राइम के जरिए लोगों को ठगवाया जाता था। जब उन्होंने इस तरह के अपराध में शामिल होने से इनकार किया तो उनके साथ मारपीट और उत्पीड़न किया गया। तीन-तीन लाख देकर हुई रिहाई किसी तरह उनके परिजनों ने तीन-तीन लाख रुपए जुटाए और भेजे, तब जाकर दोनों युवक कंबोडिया से वापस भारत लौट पाए। वापस लौटने के बाद से वे अजय शुक्ला से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा है। पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा इस मामले में पुलिस ने अजय शुक्ला और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मानव तस्करी, धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस उस एजेंट की तलाश कर रही है, जिसने युवकों को विदेश भेजा था। गृह मंत्रालय को भेजी गई जानकारी सौरभ ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि इस गिरोह में आगरा के कुछ लोग भी शामिल हैं। कंबोडिया में अभी भी कई भारतीय युवक बंधक हैं। इस संबंध में पुलिस ने गृह मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट भेज दी है, ताकि उच्च स्तर पर कार्रवाई हो सके।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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