पत्नी ने दी लोकेशन, प्रेमी ने खुरपी से मार डाला:पैर में पत्थर बांध लाश कुएं में फेंकी, मारने के बाद फोन करके बताया- काम हो गया है
प्रयागराज में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। शव को छुपाने के लिए कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने इस घटना का तीन बाद खुलासा किया है। पुलिस ने बताया- घटना वाली रात पत्नी ने ही फोन कर प्रेमी को पति की लोकेशन दी। इसके बाद ही रास्ते में रोककर प्रेमी ने पति को घास काटने वाली खुरपी से गोदकर मार डाला। फिर शव को साड़ी में लपेटकर कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 19 सितंबर की रात आठ बजे शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के फूलतारा गांव की है। अब जानिए पूरा मामला
शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के फूलतारा गांव में रवि (31) अपनी पत्नी संध्या (28) के रहता था। दोनों के एक बच्चा अथर्व (6) का है। दोनों की शादी 6 साल पहले हुई थी। साथ में घर पर एक भाई सूरज सिंह और दो बहन हैं और माता पिता रहते हैं। रवि किसानी करता था। 19 सितंबर की शाम से ही रवि उर्फ सोनू सिंह घर से गायब हो गया। घर वाले 20 सितंबर तक रवि को खोजते रहे, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। इसके बाद 21 सितंबर को उसके भाई सूरज सिंह ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल, सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। 22 सितंबर को रवि का शव गांव के बाहर एक खेत में बने कुएं में मिला, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई। शव को पत्थरों से बांधा गया था. जिससे वह ऊपर न आ सके। पुलिस जांच में सामने आया कि रवि की पत्नी संध्या सिंह और गांव का ही विकास पुत्र नचकऊ आपस में लंबे समय से संपर्क में थे। दोनों के बीच मोबाइल पर लगातार बातचीत होती रहती थी। इसी आधार पर पुलिस ने दोनों को उठाया। और पूछताछ शुरू की। पहले तो दोनों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया। लेकिन पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। तो दोनों टूट गए। दोनों की हत्या की बात कबूल ली। अब पढ़िए आरोपी प्रेमी का कबूलनामा
पुलिस पूछताछ में प्रेमी विकास ने बताया- मैं रवि के ही गांव का रहने वाला हूं। उसकी पत्नी संध्या से मेरा 5 साल से अफेयर चल रहा था। करीब 6 महीने पहले इसकी भनक विकास को लग गई। इस पर उसने संध्या को मारापीटा, उससे भी गाली गलौज की। धमकाया कि दोबारा संध्या की तरफ देखा तो तुम्हें जान से मार दूंगा। पहरे भी लगाए, लेकिन उसने व संध्या ने एक-दूसरे से मिलना-जुलना नहीं छोड़ा। घरवालों की नजर से बचकर एक-दूसरे से मिलते व फोन पर बाते करते रहे। प्रेमिका की पिटाई की बात सुनी तो खून खौल गया
विकास ने बताया- संध्या जब भी फोन पर बात करती, खूब रोती थी। उसे साथ ले चलने को कहती थी। हर बार वह उसे दिलासा देता रहा। तीन दिन पहले बताया कि अब वह उसके बिना नहीं रह सकती। वह उसे ले चले वरना वह अपनी जान दे देगी। यह भी बताया कि रवि ने उसकी पिटाई भी की है। यह सुनकर उसका खून खौल गया। इसके बाद ही उसने तय कर लिया कि रवि को रास्ते से हटाकर रहेगा। इस प्लानिंग में संध्या को भी शामिल कर लिया। ताबड़तोड़ वार किए, मौके पर ही तोड़ दिया दम
प्लान के मुताबिक, 19 सितंबर की रात आठ बजे के करीब रवि खेत में काम करने वाले मजदूर के लिए खाना लेकर जाने लगा। जैसे ही वह घर से बाहर निकला, संध्या ने फोन कर इसकी जानकारी विकास को दे दी। इसके बाद विकास भी खेत की ओर चल दिया। 8:30 बजे के करीब खेत के पास उसे रवि वापस आता दिखाई दिया। संदेह होने पर रवि तेज कदमों से जाने लगा तो उसने उसे रोक लिया। इस पर रवि उसे गालियां देने लगा। अगले ही पल उसने हाथ में ली खुरपी से उसके सीने पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। अचानक हुए हमले से रवि संभल नहीं सका और लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा तो एक के बाद एक उसकी गर्दन, सिर व पेट पर भी वार किए। इससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। शव ठिकाने लगाने दो घंटे बाद वापस आया
हत्या के बाद शव को खेत में छिपाकर वह वापस गांव में चला आया। दो घंटे बाद करीब 10:30 बजे नीले रंग की साड़ी लेकर पहुंचा और शव को लपेटकर करीब 150 मीटर दूर सि्थत कुएं में लाकर फेंक दिया। इससे पहले उसके पैर में पत्थर भी बांध दिया, ताकि फूलने के बाद शव ऊपर न आ सके। इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया- मृतक के भाई सूरज ने 21 सितंबर को तहरीर देकर विकास पर शक जताया था। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई तो वह पहले गुमराह करता रहा। सख्ती से पूछताछ करने पर पूरी घटना बयां कर दिया। हत्या से पहले, फिर शव ठिकाने लगाने के बाद किया संध्या को फोन
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में संध्या खुद को निर्दोष बताती रही। हालांकि जब उसके और विकास के मोबाइल की सीडीआर निकाली गई, तो सच्चाई सामने आ गई। इसमें पता चला कि घटना वाली रात कई बार दोनों के बीच बातचीत हुई। रात करीब आठ से 11 बजे तक दोनों ने एक-दूसरे को फोन कॉल की। उधर पूछताछ में विकास ने बताया हत्या के बाद उसने फोन कर संध्या को इसकी जानकारी दी। शव छिपाकर वापस गांव आने पर भी दोनों की बातचीत हुई। शव ठिकाने लगाने के बाद भी उसने संध्या को कॉल लगाकर बताया कि काम हो गया है।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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