श्रावस्ती में मतदाता सूची के डिजिटाइजेशन (SIR) कार्य में लापरवाही बरतने वाले बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) पर जिला प्रशासन ने पिछले माह सख्त कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के तहत लगभग 50 बीएलओ को दंडित किया गया था, जिनमें से 5 को निलंबित किया गया। इसके अतिरिक्त, दो बीएलओ की स्थायी वेतन वृद्धि रोक दी गई थी, जबकि 45 बीएलओ के वेतन और मानदेय भुगतान को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। यह कार्रवाई कार्य में लगातार शिथिलता और धीमी प्रगति के कारण की गई थी। हालांकि, अब प्रशासन ने उन बीएलओ को बड़ी राहत दी है जिनका कार्य बेहतर होता जा रहा है। विभाग द्वारा उन पर से की गई कार्रवाई को हटाया जा रहा है। सभी बीएलओ को निर्धारित समय में बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि एसआईआर कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है और कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले में विशेष अभियान चलाकर एसआईआर डिजिटाइजेशन को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया जा रहा। सभी बीएलओ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि 11 दिसंबर तक 100 प्रतिशत डिजिटाइजेशन कार्य हर हाल में पूरा कर लिया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी घोषणा की कि निर्धारित समय-सीमा के भीतर कार्य पूरा करने वाले बीएलओ को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जहां एक ओर लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी, वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा। एसआईआर कार्यक्रम की प्रगति की लगातार निगरानी की जा रही है। पहले लक्ष्य 27 नवंबर तक था, जिसे बढ़ाकर अब 11 दिसंबर कर दिया गया है। इस अवधि में शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन कार्य पूरा करना अनिवार्य है। बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि जिले में एसआईआर की प्रगति अभी तक बहुत अच्छी है। जिन शिक्षामित्रों और अध्यापकों पर कार्रवाई की गई थी, उनमें से जिन शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने एसआईआर में अच्छा काम कर लिया है, उन पर से की गई कार्रवाई को हटा दिया गया है।
https://ift.tt/vKRAXIr
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply