महोबा में एसआईआर (SIR) कार्य के अत्यधिक दबाव के कारण शिक्षामित्र ने इस्तीफा दे दिया। पनवाड़ी विकासखंड के भुजपुरा प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र खलक सिंह राजपूत ने मानसिक और पारिवारिक दबाव का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से त्यागपत्र भेजा है। खलक सिंह राजपूत ने बताया कि उनकी नियुक्ति 26 सितंबर 2002 को शिक्षामित्र के रूप में हुई थी। उन्होंने अब तक ईमानदारी और निष्ठा के साथ शिक्षण कार्य किया और समय-समय पर सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन किया। मानसिक संतुलन प्रभावित हो रहा शिक्षामित्र के अनुसार, हाल के दिनों में उन्हें एसआईआर कार्य की जिम्मेदारी दी गई, जो उनके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुई। उन्होंने बताया कि उन्हें मोबाइल फोन चलाना नहीं आता, जबकि एसआईआर कार्य में ऑनलाइन फीडिंग के लिए मोबाइल का अनिवार्य रूप से उपयोग करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लगातार मोबाइल पर आदेश, कॉल और समय-सीमा के दबाव के चलते वे मानसिक तनाव में रहने लगे। रात में नींद नहीं आती थी और मानसिक संतुलन भी प्रभावित हो रहा था। उन्होंने इस समस्या को बीआरसी कार्यालय में भी अवगत कराया और अनुरोध किया कि विद्यालय के अन्य योग्य शिक्षकों को यह कार्य सौंपा जाए। लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। खेती का नहीं कर पा रहे काम खलक सिंह ने बताया कि कार्य के दबाव के कारण वे अपने परिवार को भी समय नहीं दे पा रहे थे। पत्नी और बच्चे परेशान रहने लगे, यहां तक कि पत्नी की तबीयत भी खराब हो गई, जिसके इलाज पर उन्हें खर्च करना पड़ा। इसके साथ ही वे खेती-बाड़ी का काम भी नहीं कर पा रहे थे। जबकि शिक्षामित्र के रूप में उन्हें मात्र 10 हजार रुपए मासिक मानदेय मिलता है। इन सभी मानसिक, पारिवारिक और आर्थिक दबावों के चलते उन्होंने मजबूर होकर अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल मिश्रा ने बताया कि उन्हें अभी तक इस मामले की कोई जानकारी नहीं मिली है और न ही शिक्षा मित्र का कोई इस्तीफा प्राप्त हुआ है।
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